हरियाणा में पिछले दो तीन दिनों मानसून की रफ्तार थम गई थी। लेकिन एक बार फिर से प्रदेश में मानसून सक्रिय होने की संभावना है। चौधरी चरण सिंह कृषि विश्विद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून एक्टिव होने के कारण 11 से 13 जुलाई तक कई हिस्सों
इसके अलावा 14-15 जुलाई के दौरान मानसूनी हवाओं की वजह से तापमान में कमी आएगी। इस इस कारण कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार है। बारिश के चलते तापमान में गिरावट और नमी की मात्रा बढ़ने की आशंका है।
अभी तक हरियाणा के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में मानसून बेहतर रहा है। यहां पर सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। जबकि उत्तरी और पूर्वी जिलों में अब भी अधिक मानसूनी बारिश की जरूरत है। हरियाणा-एनसीआर के दक्षिणी हिस्सों में आज भी उत्तर-पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का प्रभाव बना हुआ है। ऐसे में इसका आंशिक असर देखने को मिल सकता है। महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात और सोनीपत के दक्षिणी जिलों में कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी/बारिश की सक्रियता देखने को मिल रही है।