Post Office Scheme: आपको भी चाहिए सबसे तगड़ा ब्याज! तो पोस्ट ऑफिस की इस योजना में करें निवेश

Post Office Scheme: अगर आप भी अपनी मेहनत की कमाई को एक से 5 साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा करना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम आपके लिए बेहतर साबित हो सकती है। दरअसल, पिछले कुछ सालों में पोस्ट ऑफिस के मुकाबले बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है।

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लेकिन अभी भी बैंक के मुकाबले पोस्ट ऑफिस में ज्यादा ब्याज मिलता है। साथ ही निवेश सुरक्षित भी रहता है। ऐसे में अगर आप सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट कर सकते हैं। पोस्ट ऑफिस में कई ऐसी स्कीम हैं, जिनमें बैंक के मुकाबले काफी ज्यादा ब्याज मिल रहा है।

 

आप पोस्ट ऑफिस में सिर्फ 500 रुपये में अपना सेविंग अकाउंट खुलवा सकते हैं। टाइम डिपॉजिट अकाउंट के बारे में टाइम डिपॉजिट अकाउंट इस समय पोस्ट ऑफिस में एक बेहतरीन स्कीम है। इसमें 6.9 फीसदी से लेकर 7.5 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है।

 

आप पोस्ट ऑफिस में सिर्फ 1000 रुपये में टाइम डिपॉजिट (TD) अकाउंट खुलवा सकते हैं। इस अकाउंट को खुलवाना बेहद आसान है। इसमें आप 1 से 5 साल तक के लिए पैसे जमा कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाना होगा। इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।

 

क्या है योजना?

पोस्ट ऑफिस में टाइम डिपॉजिट अकाउंट के तहत 1 साल के लिए जमा पर 6.9%, 2 साल के लिए 7.0% और 3 साल तक की एफडी पर 7.1% और 5 साल के लिए निवेश पर 7.5% ब्याज मिलता है। इस ब्याज की गणना तिमाही आधार पर की जाती है। हालांकि, इसका भुगतान सालाना किया जाता है। बैंक बचत खातों की तुलना में इस योजना में ब्याज लगभग दोगुना है।

 

 

बच्चे का खाता भी खोल सकते हैं

हालांकि माता-पिता अपने बच्चों के नाम पर खाता खोल सकते हैं। अगर बच्चा 10 साल से ज्यादा का है तो वह खुद भी खाते का संचालन कर सकता है। इसके अलावा आप इस योजना के तहत जितने चाहें उतने खाते खोल सकते हैं। इस योजना में संयुक्त खाता खोलने की भी सुविधा है। आप जब चाहें अपने संयुक्त खाते को एकल खाते में भी बदल सकते हैं।

 

 

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)

इसके अलावा पोस्ट ऑफिस में 5 साल के नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) पर 7.7 फीसदी रिटर्न मिलता है। इसमें किए गए निवेश पर आयकर की धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है। हालांकि, निवेश पर 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, यानी आप 5 साल से पहले इस पैसे को नहीं निकाल सकते।

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