home page

1826 में बना रेवाड़ी के ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब का होगा सौंदर्यीकरण, लोगो को दिखेगा अध्भुत नजारा

क्षेत्र के लोगों ने बताया कि 1826 में बना रामसरोवर तालाब बावल की प्राचीन धरोहरों में गिना जाता है। करीब एक दशक से चहारदीवारी का निर्माण कार्य धीमी गति से पूरा किया गया है.

 | 
लोगो को दिखेगा अध्भुत नजारा

Haryana News: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में स्थित ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इसकी योजना बनाई गई है.
अधिक जानकारी के लिए बता दें कि रामसरोवर सेवा समिति के प्रधान महेश चंद दायमा ने बताया कि रामसरोवर तालाब का निर्माण कार्य काफी समय से चल रहा है.

 बारिश के कारण एक तरफ का हिस्सा टूट कर गिर गया था. इसके बाद विधायक डॉ. कृष्ण कुमार ने तालाब का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान रखने और एस्टीमेट बनाकर भेजने के निर्देश दिए थे।

रामसरोवर तालाब 1826 में बनाया गया


 रामसरोवर तालाब सौंदर्यीकरण का काम शुरू होगा ताकि इसकी रूपरेखा बनाई जा सके। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि 1826 में बना रामसरोवर तालाब बावल की प्राचीन धरोहरों में गिना जाता है। करीब एक दशक से चहारदीवारी का निर्माण कार्य धीमी गति से पूरा किया गया है.


अब लोग तालाब को नहर से जोड़ने की मांग कर रहे हैं, ताकि तालाब में पानी भरा जा सके. रामसरोवर तालाब भी आस्था का केंद्र है। यहां साल भर धार्मिक कार्यक्रम भी होते रहते हैं। ग्रामीण एवं अन्य स्थानों से सामाजिक संस्थाएं यहां भ्रमण के लिए आती हैं। वार्ता


इस झील के सौंदर्यीकरण पर लाखों रुपये खर्च किये गये हैं. अब फिर से इसके सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया अभी भी जारी है. -अर्जुन, उपप्रधान, नगर पालिका बावल।