दिल्ली एनसीआर में आवागमन होगा आसान, कनेक्टिविटी को चार चाँद लगाएगा यह एक्सप्रेसवे, देखें डीटेल
FNG Expressway: दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में आवागमन की सुगमता को ध्यान में रखते हुए, FNG (फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद) एक्सप्रेसवे को जल्द ही शुरू किया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे, नोएडा, गाजियाबाद से होते हुए हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद तक पहुंचेगा, जिससे दिल्ली एनसीआर के विभिन्न प्रमुख शहरों के बीच यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से फरीदाबाद और नोएडा के बीच की दूरी कम हो जाएगी और यातायात का दबाव भी कम होगा।
FNG एक्सप्रेसवे की लंबाई 56 किलोमीटर होगी, जो क्षेत्र के प्रमुख शहरों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा। प्रारंभ में 6 लेन का यह एक्सप्रेसवे होगा, जिसे बाद में 8 लेन तक बढ़ाया जाएगा, ताकि यातायात की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। इस एक्सप्रेसवे पर न्यूनतम गति सीमा 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जिससे यात्रा तेज और सुरक्षित हो सकेगी। FNG एक्सप्रेसवे पर मल्टीलेवल फ्लाईओवर, इंटरचेंज और डेडिकेटेड सर्विस रोड जैसी सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी, ताकि यातायात को सुगम बनाया जा सके।
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दिल्ली एनसीआर में परिवहन व्यवस्था को बेहद प्रभावी बनाएगा। वर्तमान में गाजियाबाद से गुरुग्राम जाने में 2-3 घंटे का समय लगता है, जबकि अब FNG एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह यात्रा और भी आसान हो जाएगी। इसके चलते यातायात के दबाव में कमी आएगी और यात्रियों को राहत मिलेगी।
इसके अलावा, FNG एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली एनसीआर के आसपास के इलाकों में आर्थिक विकास भी होगा। खासतौर से, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम के बीच की कनेक्टिविटी बेहतर होने से रियल एस्टेट सेक्टर में भी तेजी देखने को मिल सकती है। FNG एक्सप्रेसवे बनने के बाद फरीदाबाद से नोएडा की दूरी 30-40 मिनट में तय की जा सकेगी, जो पहले 1-1.5 घंटे लगते थे। इसी तरह, गुरुग्राम से नोएडा और गुरुग्राम से गाजियाबाद की दूरी भी काफी कम हो जाएगी।
FNG एक्सप्रेसवे का काम 2018 में शुरू हुआ था और यह प्रोजेक्ट 900 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा है। इसके पूरे होने के बाद, यह एक्सप्रेसवे दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में परिवहन व्यवस्था को सुधारने में मदद करेगा और यात्रियों के लिए एक सुविधाजनक और तेज मार्ग प्रदान करेगा। यह परियोजना न सिर्फ आवागमन को आसान बनाएगी, बल्कि इस क्षेत्र के आर्थिक विकास और रियल एस्टेट सेक्टर को भी बढ़ावा देगी।