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हरियाणा के इन लोगों की किस्मत बदल देगा ये एक्सप्रेसवे, किसानों को सरकार देगी 600 करोड़ रुपए का मुआवजा

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Haryana

देशभर में हाईवे और एक्सप्रेसवे (Expressway) के निर्माण की गति तेज कर दी गई है। सरकार का मकसद है कि यात्रा को सुगम बनाया जाए और राज्यों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले।

इसी दिशा में उत्तर प्रदेश (UP) और हरियाणा (Haryana) को जोड़ने वाले अलीगढ़-पलवल हाईवे (Aligarh-Palwal Highway) के नवीनीकरण और चौड़ीकरण का काम जल्द शुरू किया जाएगा।

प्रशासन ने इस प्रोजेक्ट के लिए जरूरी कार्रवाई भी शुरू कर दी है। इस हाईवे के बनने से 30 गांवों की भूमि अधिग्रहण की जाएगी और किसानों को करोड़ों रुपये का मुआवजा (Compensation) दिया जाएगा।

ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे

UP के अलीगढ़ से हरियाणा के पलवल जाने वालों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश के तेजी से विकास के लिए सड़कों का तेजी से निर्माण किया जा रहा है। साथ ही इससे राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सके।

अलीगढ़ से पलवल मार्ग के नवीनीकरण व चौड़ीकरण के लिए 30 गांव की जमीन का अधिग्रहण होना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 17 गांव में लगभग 160 हेक्टर जमीन के लिए करीब 600 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।

किन जिलों को होगा सबसे ज्यादा फायदा?

इस हाईवे के चौड़ा होने से उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बहुत से जिलों को का सफर आसान हो जाएगा। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर जाने वालों को जाम से छुटकारा मिलेगा। ये नया एक्सप्रेस वे टप्पल में यमुना एक्सप्रेस वे और पलवल में ईस्टर्न पेरिफेरल के इंटरचेंज से जुड़ जाएगा। 

जिससे अलीगढ़ से आगरा, मथुरा, दिल्ली-एनसीआर, ग्रेटर नोएडा, पलवल, गुरुग्राम का सफर बहुत ही आसान हो जाएगा। इसके साथ ही इस एक्सप्रेस वे के बनने से नोएडा जेवर एयरपोर्ट पहुंचने में भी कम समय लगेगा।

कौन से गांव शामिल होंगे?

इस प्रोजेक्ट में लगभग 30 गांव शामिल होंगे। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया जब तक पूरी नहीं हो जाती तब तक के लिए इन गावों की जमीन खरीदने और बेचने पर रोक लगाई गई है।  

इस लिस्ट में अंडला, चौधाना, पीपल गांव, बझेडा, चमन नगलिया, रेसरी, अर्राना, नयावास, बामौती, लक्ष्मणगढी, मऊ, जरारा, रसूलपुर, ऐंचना, उदयगढी, बांकनेर, धर्मपुर, नगला अस्सू, इतवारपुर, बिचपुरी, खेड़िया बुजुर्ग, बुलाकीपुर, राजपुर, गनेशपुर, दमुआका, उसरह रसूलपुर, फाजिलपुर कलां, नांगल कलां और सोतीपुरा का नाम शामिल है।