हरियाणा में बीपीएल कार्ड धारकों की संख्या में बड़ा बदलाव, 1.36 लाख लोग बीपीएल परिवार श्रेणी से हुए बाहर, जानें
Haryana Ration Card: हरियाणा में गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन जीने वाले परिवारों की संख्या में हाल ही में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। नवंबर 2024 तक बीपीएल कार्ड धारकों की संख्या में 34,000 की कमी आई है, जिससे राज्य की बीपीएल श्रेणी में आए परिवारों की संख्या घटकर 50.75 लाख हो गई है। बीपीएल कार्ड धारकों की संख्या में यह कमी प्रदेश सरकार की नीतियों और सुधारों का परिणाम मानी जा रही है।
बीपीएल कार्ड धारकों की संख्या में बदलाव
जनवरी 2022 27 लाख
जनवरी 2023 31.59 लाख
जुलाई 2024 46.25 लाख
अक्टूबर 2024 51.09 लाख
नवंबर 2024 50.75 लाख
बीपीएल परिवारों को मिलने वाले लाभ
हर व्यक्ति को 5 किलो गेहूं/बाजरा निशुल्क दिया जाता है। हर परिवार को 40 रुपये प्रति लीटर की दर से 2 लीटर सरसों का तेल और 13.5 रुपये प्रति किलो की दर से 1 किलो चीनी दी जाती है। क्षेत्रों में हर बीपीएल परिवार को 100 गज का प्लॉट देने की योजना है। 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर दिया जाता है। 5 लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज उपलब्ध होता है।
बीपीएल कार्ड धारकों की संख्या में क्यों कमी आई?
मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने विधानसभा में इस मुद्दे पर जवाब दिया था कि सरकार ने बीपीएल कार्ड धारकों के लिए आय सीमा बढ़ा दी है। पहले, 1.20 लाख रुपये वार्षिक आय वाली श्रेणी में लोग बीपीएल कार्ड धारक माने जाते थे, अब इसे बढ़ाकर 1.80 लाख रुपये कर दिया गया है। इसके चलते, कुछ परिवार बीपीएल श्रेणी से बाहर हो गए हैं।
बीपीएल श्रेणी की बढ़ती संख्या पर विपक्ष का विरोध
बीपीएल कार्ड धारकों की बढ़ती संख्या पर विपक्ष ने सरकार को घेरा था। विधानसभा में बीपीएल परिवारों की बढ़ती संख्या को लेकर सदन में तीखी बहस हुई थी। विपक्ष ने इस मामले में पारदर्शिता की कमी और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने बीपीएल कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में सुधार किया है और आय सीमा में वृद्धि की है ताकि वास्तविक जरूरतमंद परिवारों को इसका लाभ मिल सके।