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हरियाणा के इन गांवों की जमीनों का होगा अधिग्रहण, यहां बनेगा नया पश्चिमी बाईपास

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Bypass

हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना शहर के लोगों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। लंबे समय से शहरवासियों की मांग थी कि गोहाना में ट्रैफिक (Traffic) की समस्या को हल करने के लिए एक बाइपास (Bypass) बनाया जाए। अब यह सपना साकार होने जा रहा है। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक डॉ. अरविंद शर्मा के प्रयासों से पश्चिमी बाइपास के निर्माण की मंजूरी मिल गई है। 

प्रशासन ने इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को एसडीएम गोहाना आईएएस अंजलि श्रोत्रिया की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग और पंचायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

प्रोजेक्ट को लेकर प्रशासन ने की अहम बैठक

मंगलवार को गोहाना की (SDM) आईएएस अंजलि श्रोत्रिया की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई जिसमें लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग और पंचायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में बाइपास के रूट प्लान और अधिग्रहण की प्रक्रिया को लेकर गहन चर्चा की गई। प्रशासन जल्द ही उन क्षेत्रों का दौरा करेगा जो इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत आएंगे।

इन गांवों को मिलेगा लाभ

बाइपास निर्माण के लिए प्रस्तावित मार्ग में पांच प्रमुख गांव शामिल होंगे माहरा, ठसका, आहुलाना, हसनगढ़-गोहाना और खंदराई। यह बाइपास रोहतक रोड को जींद रोड से जोड़ेगा जिससे इन ग्रामीण इलाकों में यातायात का दबाव कम होगा और लोगों को आवागमन में सहूलियत मिलेगी। (Infrastructure Development) के इस कदम से न केवल ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।

किसानों के लिए ई-भूमि पोर्टल से होगा फायदा

इस प्रोजेक्ट के तहत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने के लिए प्रशासन ने किसान ई-भूमि पोर्टल को एक्टिव किया है। इस पोर्टल पर किसान अपनी जमीन का मूल्यांकन कर सकते हैं और (Market Rate) के अनुसार अपने भूखंड की कीमत निर्धारित कर सकते हैं। इससे किसानों को उनकी भूमि का उचित मुआवजा मिलेगा और वे सरकारी प्रक्रिया में भागीदारी निभा सकेंगे।

बाइपास से होगा क्षेत्र का चहुंमुखी विकास

गोहाना के पश्चिमी बाइपास का निर्माण न केवल परिवहन को आसान बनाएगा बल्कि औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। इस सड़क के बनने से भारी वाहनों का दबाव कम होगा और (Logistics) से जुड़े कारोबार को भी फायदा पहुंचेगा। इसके अलावा क्षेत्र में नए निवेश आने की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।