सरकार ने बताया AC चलाने का सही तरीका, बिजली बिल आएगा बिल्कुल ही कम, आप भी करें ये काम

गर्मियों में घर को ठंडा रखना किसी चुनौती से कम नहीं होता खासकर जब बिजली बिल (electricity bill) जेब पर भारी पड़ने लगे। भारत में अधिकांश लोग एयर कंडीशनर (AC) का इस्तेमाल करते हैं लेकिन बहुत से लोग इसे सही तापमान पर चलाने की जानकारी नहीं रखते। कई लोग ठंडक बढ़ाने के लिए 16-18 डिग्री पर एसी सेट कर देते हैं जिससे बिजली की खपत बढ़ जाती है।
अब सरकार ने इस पर एडवायजरी जारी कर दी है जिसमें बताया गया है कि एसी का सबसे उपयुक्त तापमान क्या होना चाहिए और इसे सही तरीके से चलाने से बिजली की बचत कैसे की जा सकती है।
सरकार की एडवायजरी
भारत सरकार के ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी (BEE) के अनुसार एयर कंडीशनर का डिफॉल्ट तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रखा गया है। यह नियम 1 जनवरी 2020 से लागू किया गया ताकि बिजली की बचत की जा सके और उपभोक्ताओं का बिजली बिल कम आए। यह तापमान न सिर्फ बिजली की खपत को कम करता है बल्कि सेहत के लिहाज से भी सबसे सही माना जाता है।
BEE के अनुसार एयर कंडीशनर की एफिशिएंसी को मापने के लिए ISEER (Indian Seasonal Energy Efficiency Ratio) का मानक तय किया गया है। इसके अनुसार स्प्लिट एसी (Split AC) के लिए 3.30 से 5.00 और विंडो एसी (Window AC) के लिए 2.70 से 3.50 के बीच का ISEER रेट सही माना जाता है। इसका मतलब है कि ज्यादा रेटिंग वाला एसी कम बिजली खपत करेगा और बेहतर कूलिंग देगा।
सोते समय AC कितने डिग्री पर चलाना सही होगा?
गर्मियों की रातों में चैन की नींद लेने के लिए बहुत से लोग एसी का तापमान 18-20 डिग्री पर सेट कर देते हैं। लेकिन यह आदत बिजली के बिल को दोगुना कर सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक रात में एसी का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पर सेट करना सबसे सही होता है।
अगर आप एसी को 18 डिग्री पर चलाते हैं तो वह ज्यादा लोड लेता है जिससे बिजली की खपत तेजी से बढ़ती है। AC जब बाहर के तापमान से बहुत कम तापमान पर सेट किया जाता है तो उसे अधिक मेहनत करनी पड़ती है जिससे न केवल बिजली खर्च बढ़ता है बल्कि एसी की उम्र भी कम होती है। इसके विपरीत 24 डिग्री पर सेट करने से बिजली की खपत कम होती है और कमरा भी पर्याप्त ठंडा रहता है।
बिजली की बचत करने के आसान तरीके
बिजली बचाने और एसी की एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए कुछ खास टिप्स अपनाए जा सकते हैं जो आपके बिजली बिल को 30-40% तक कम कर सकते हैं।
1. डीह्यूमिडिफायर का करें इस्तेमाल
अगर कमरे में नमी ज्यादा होती है तो गर्मी अधिक महसूस होती है। ऐसे में डीह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करने से नमी कम होती है और ठंडक बनी रहती है।
2. पंखे और वेंटिलेशन का सही इस्तेमाल करें
अगर आप सीलिंग फैन (Ceiling Fan) या स्टैंडिंग फैन (Standing Fan) को एसी के साथ चलाते हैं तो ठंडी हवा पूरे कमरे में तेजी से फैलती है। इससे एसी को कम तापमान पर सेट करने की जरूरत नहीं पड़ती और बिजली की बचत होती है।
3. स्मार्ट एसी और टाइमर का करें इस्तेमाल
आजकल बाजार में स्मार्ट एसी आ रहे हैं जिन्हें मोबाइल ऐप (Mobile App) से कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें टाइमर (Timer) सेट करने की सुविधा होती है जिससे सोने से पहले कमरा ठंडा हो जाए और बाद में तापमान खुद-ब-खुद बढ़ जाए। इससे बिजली बचाने में मदद मिलती है।
4. एयर फिल्टर की सफाई करें
अगर एसी का एयर फिल्टर गंदा होगा तो कूलिंग कम होगी और बिजली की खपत ज्यादा होगी। इसलिए हर महीने एयर फिल्टर की सफाई करना जरूरी है।
5. एसी के कमरे को सही तरीके से सील करें
अगर आपके कमरे की खिड़कियों और दरवाजों में गैप है तो ठंडी हवा बाहर निकल सकती है। इससे एसी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और बिजली की खपत बढ़ जाती है। दरवाजों और खिड़कियों को सही तरीके से सील करने से बिजली की बचत होती है।
कौन सा AC खरीदना चाहिए?
अगर आप नया एसी खरीदने की सोच रहे हैं तो 5-स्टार रेटिंग (5-Star Rating) वाला इन्वर्टर एसी (Inverter AC) सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। यह पारंपरिक एसी की तुलना में 30-50% तक कम बिजली खर्च करता है।
इन्वर्टर एसी की खासियत यह होती है कि यह कमरे के तापमान के अनुसार कंप्रेसर (Compressor) की स्पीड को एडजस्ट करता है जिससे बिजली की खपत कम होती है और ठंडक बनी रहती है।
अगर आपका बजट कम है तो 3-स्टार रेटिंग (3-Star Rating) वाले एसी भी अच्छा विकल्प हो सकते हैं लेकिन इनकी बिजली खपत थोड़ी ज्यादा होती है।