हरियाणा के इस जिले में हो रहा देश के 22वें एम्स का निर्माण! 1300 करोड़ का आएगा खर्चा
AIIMS Rewari: हरियाणा के रेवाड़ी जिले में स्थित गांव माजरा में देश के 22वें एम्स (AIIMS) का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यह एम्स क्षेत्र के नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा, क्योंकि यहां अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं की शुरुआत से न केवल रेवाड़ी, बल्कि आसपास के जिलों के लोग भी बेहतर इलाज प्राप्त कर सकेंगे।
एम्स रेवाड़ी
इस निर्माणाधीन एम्स से जुड़ी एक अच्छी खबर यह है कि अधिकारियों ने स्वास्थ्य सेवाओं को शीघ्रता से शुरू करवाने के लिए कमर कस ली है। हाल ही में एम्स रेवाड़ी के निर्माण कार्यों की समीक्षा और निरीक्षण किया गया। उच्च अधिकारियों ने इस निरीक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार-विमर्श किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि एम्स का निर्माण समय से पहले पूरा किया जा सके।
एम्स रेवाड़ी की निर्माण प्रक्रिया
रेवाड़ी के एम्स का निर्माण शुरूआती चरणों में है, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि निर्माण कार्य में उपयोग हो रहे संसाधनों और मानव संसाधन की संख्या में इज़ाफा किया जाए। इस कार्य की प्रगति को तेज करने के लिए निर्माण कंपनियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा, अधिकारियों ने इस बात पर भी चर्चा की कि एम्स परिसर तक पहुंचने के लिए जो सड़कों और रेल मार्गों से संबंधित समस्याएं हैं, उन्हें शीघ्र हल किया जाए। एम्स तक पहुंचने के लिए एप्रोच मार्ग पर रेलवे लाइन से जुड़ी समस्या सबसे बड़ी चुनौती बन रही है, जिससे यहां आने-जाने में समस्या उत्पन्न हो सकती है।
रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज का निर्माण
रेवाड़ी के एम्स तक पहुंचने के लिए रेलवे लाइन एक बड़ी रुकावट बन सकती है। एम्स परिसर के पास रेलवे लाइन गुजर रही है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं के शुरू होने पर यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को परेशानी का सामना हो सकता है।इस समस्या को सुलझाने के लिए निर्णय लिया गया है कि रेलवे के अधिकारियों से शीघ्र ही बातचीत की जाएगी और रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज (Overbridge) बनाने की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। ओवरब्रिज के निर्माण से एम्स तक पहुंचने का रास्ता सुगम हो जाएगा, और यह मरीजों और आम जनता के लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगा।
अधिकारियों का निरीक्षण और समीक्षा बैठक
एम्स रेवाड़ी के कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह और उप निदेशक (एम्स प्रशासन) ले. कर्नल अमित पराशर ने निर्माण कार्य की समीक्षा के लिए अधिकारियों की टीम के साथ एम्स परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद एक कार्य प्रगति समीक्षा बैठक का आयोजन भी किया गया, जिसमें उपायुक्त अभिषेक मीणा भी उपस्थित थे। इस बैठक में एम्स के निर्माण कार्य की प्रगति, संसाधनों की उपलब्धता, और भविष्य के लिए जरूरी सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
एम्स रेवाड़ी की आवश्यकता और भविष्य
एम्स रेवाड़ी का निर्माण पूरे क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण विकास की दिशा में कदम है। इस अस्पताल के बन जाने से यहां की स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर काफी बेहतर होगा। रेवाड़ी और आसपास के जिलों के लोग अब दिल्ली या अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए जाने के बजाय अपने ही क्षेत्र में उच्चतम गुणवत्ता की चिकित्सा सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे।
एम्स रेवाड़ी के निर्माण के साथ-साथ प्रशासन और अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया है कि यहां की मूलभूत सुविधाओं – जैसे बिजली, पानी, सड़क मार्ग, आदि – की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, एम्स की इमारतों के निर्माण में उच्च गुणवत्ता के संसाधनों का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि अस्पताल की संरचना और सुविधाएं टिकाऊ और अत्याधुनिक हों।