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हरियाणा के अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों के 20,000 छात्रों के लिए झूमने वाली खबर! 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति मिली

हरियाणा के अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ाई कर रहे 20,000 छात्रों के लिए राहत की खबर आई है। अब इन छात्रों को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा। यह निर्णय हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड (HBSE) द्वारा लिया गया है और इससे प्रदेश के डेढ़ लाख बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा।
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हरियाणा के अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों के 20,000 छात्रों के लिए झूमने वाली खबर! 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति मिली

Haryana: हरियाणा के अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ाई कर रहे 20,000 छात्रों के लिए राहत की खबर आई है। अब इन छात्रों को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने का अवसर मिलेगा। यह निर्णय हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड (HBSE) द्वारा लिया गया है और इससे प्रदेश के डेढ़ लाख बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा।

अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों के लिए नया आदेश

स्कूल शिक्षा निदेशालय ने हाल ही में आदेश जारी किया है कि जिन अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों में 31 मार्च 2007 से पहले छात्र पढ़ रहे थे, वे अब बोर्ड की वार्षिक परीक्षा में बैठने के योग्य होंगे। इन स्कूलों का नामांकन और सम्बंधता शुल्क भरवाने के लिए एक पोर्टल भी खोला जाएगा, जिस पर विद्यार्थी जल्दी ही आवेदन कर सकेंगे।

आवेदन प्रक्रिया

इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को अस्थाई सम्बंधता और अस्थाई मान्यता से संबंधित जरूरी दस्तावेज़ जैसे कि आवेदन फॉर्म और स्वीकृति की प्रति जमा करवानी होगी। इसके अलावा, 2023-24 सत्र के लिए एक बार फिर अस्थाई सम्बंधता और सेशन 2025-26 के लिए स्थायी मान्यता के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।

कैसे मिलेगा लाभ?

अब ये विद्यार्थी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे। जल्द ही विद्यार्थियों के नामांकन और शुल्क के लिए पोर्टल खुलने वाला है, जिसके बाद छात्र ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।  स्कूलों को स्थाई मान्यता मिलने तक इन विद्यार्थियों को अस्थाई रूप से नामांकित किया जाएगा।

छात्रों के लिए बड़ी राहत

इस फैसले के बाद, 20,000 विद्यार्थियों को अब अपने आगे के भविष्य की चिंता करने की जरूरत नहीं होगी। वे अब चिंतामुक्त होकर अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। निजी स्कूल संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने इस फैसले को छात्र और अभिभावकों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

सरकारी आदेश और दिशा-निर्देश

हरियाणा सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, आगामी सत्र 2025-26 से पहले इन स्कूलों को स्थायी मान्यता प्राप्त करनी होगी, ताकि छात्रों का दाखिला जारी रखा जा सके। सरकार ने इन स्कूलों को समय सीमा दी है और आदेश जारी कर दिए हैं कि वे स्थायी मान्यता के लिए अधिकृत प्रक्रिया पूरी करें।