SBI update: SBI ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी! बैंक ने लागू किया ये नियम, जानें जल्दी
SBI update: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने हाल ही में अपने सभी ग्राहकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जारी की है। ये सभी अपडेट बैंक की सेवा नीतियों और सुरक्षा उपयोग को बढ़ाने में मदद करते हैं। SBI को देश का सबसे अच्छा सरकारी बैंक माना जाता है और इस बैंक के तहत करोड़ों ग्राहकों के खाते हैं। अगर आप भी SBI बैंक के तहत खाता संचालित करते हैं, तो यह लेख आप सभी के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
आपको बता दें कि इस ताजा अपडेट के तहत होम लोन की ब्याज दरों में बदलाव, फर्जी एसएमएस से बचने के उपाय, एसएमएस अलर्ट सेवा पर नए शुल्क, डिजिटल सेवाओं में संशोधन किए जा रहे हैं।
इन सुधारों से नागरिकों की सुविधाओं पर कई लाभ होने जा रहे हैं, जिसमें नवीनतम ग्रीन डिपॉजिट स्कीम को शामिल किया जा रहा है। ये सभी बदलाव ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ाने में मदद करते हैं और बैंकिंग सुविधा प्रदान करने में भी आसानी लाते हैं।
होम लोन और ब्याज दर में बढ़ोतरी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 15 नवंबर 2024 से अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में महत्वपूर्ण संशोधन किए हैं। MCLR वह दर है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों को लोन देता है। इस बार MCLR में 0.05% यानी 5 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और यह बढ़ोतरी हर 3 महीने, 6 महीने और 1 साल पर की जाएगी।
नई MCLR दरें इस प्रकार हैं:
3 महीने के लिए: 8.55% (पहले 8.50%)
6 महीने के लिए: 8.90% (पहले 8.85%)
1 साल के लिए: 9.00% (पहले 8.95%)
ग्राहकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आ रही है क्योंकि अब से SBI की सभी डिजिटल सेवाएँ बेहद सरल और बेहतर तरीके से संचालित होने जा रही हैं। इसके तहत ग्राहकों को वीडियो KYC, QR कोड स्कैनिंग पेमेंट सुविधा, डिजिटल लोन आवेदन सुविधा और 24 घंटे चैटबॉट सहायता मिलेगी।
ग्रीन डिपॉजिट स्कीम शुरू की गई
एसबीआई ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक नई ग्रीन डिपॉजिट स्कीम शुरू की है। इसके तहत नागरिक अपनी जमा राशि को पर्यावरण अनुकूल परियोजनाओं में निवेश कर सकते हैं जिससे ग्रीन एनर्जी का प्रभाव बढ़ता है।
ग्रीन डिपॉजिट स्कीम की मुख्य विशेषताएं:
न्यूनतम जमा राशि: 10,000 रुपये
अवधि: 1 साल से 10 साल
ब्याज दर: सामान्य FD से 0.25% ज़्यादा
पर्यावरण प्रमाणपत्र: हर जमाकर्ता को दिया जाएगा
समय से पहले निकासी: अनुमति है, लेकिन कम ब्याज मिलेगा
इस योजना के तहत जमा की गई राशि का इस्तेमाल ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा जैसी परियोजनाओं में किया जाता है। बैंक हर साल एक रिपोर्ट जारी करता है जिसमें बताया जाता है कि इस राशि का कितना और कैसे इस्तेमाल किया गया है। देखा जाए तो यह पर्यावरण की रक्षा के लिए एक कल्याणकारी विकल्प साबित होता है।