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हरियाणा में ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों के लिए राहत! सरकार ने मुआवजे का किया ऐलान

हरियाणा में हाल ही में हुई भारी बारिश और भयंकर ओलावृष्टि ने प्रदेश के कई जिलों के किसानों को मुश्किल में डाल दिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस आपातकालीन स्थिति में किसानों को राहत देने का ऐलान किया है। ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, और जिन किसानों का बीमा है, उन्हें बीमा कंपनी से मुआवजा मिलेगा। वहीं, जिनका बीमा नहीं है, उन्हें सरकार मुआवजा राशि प्रदान करेगी।
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Haryana: हरियाणा में हाल ही में हुई भारी बारिश और भयंकर ओलावृष्टि ने प्रदेश के कई जिलों के किसानों को मुश्किल में डाल दिया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस आपातकालीन स्थिति में किसानों को राहत देने का ऐलान किया है। ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है, और जिन किसानों का बीमा है, उन्हें बीमा कंपनी से मुआवजा मिलेगा। वहीं, जिनका बीमा नहीं है, उन्हें सरकार मुआवजा राशि प्रदान करेगी।

ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन

हरियाणा के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया। खासकर हिसार, फतेहाबाद, रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़ और कैथल जिलों में फसलों का बुरा हाल है। मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर चर्चा की और सभी जिलों के उपायुक्तों को आदेश दिए कि वे नुकसान का आकलन करें और प्रभावित किसानों की सहायता सुनिश्चित करें।

प्रभावित जिलों की सूची

नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के 50 गांवों में ओलावृष्टि से सरसों और चने की फसल का खासा नुकसान हुआ है। फतेहाबाद के 13 गांवों में सरसों और सब्जी की फसलों को ओलावृष्टि ने नुकसान पहुंचाया है। रेवाड़ी के कई स्थानों पर फसलों का नुकसान हुआ है, विशेष रूप से गेहूं और सरसों की फसलें प्रभावित हुई हैं। महेन्द्रगढ़ में भी ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। कैथल में भी ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है, जिससे किसानों की स्थिति गंभीर हो गई है।

ओलावृष्टि के कारण फसलों का नुकसान

ओलावृष्टि के कारण खेतों में बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई, जिससे सरसों, चना, गेहूं और सब्जी की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गईं। इन फसलों को बचाने के लिए कोई भी उपाय कारगर नहीं साबित हुआ। खासकर जिन किसानों के पास फसलों का बीमा नहीं था, उनके लिए यह स्थिति और भी कठिन हो गई है।

मुआवजे की प्रक्रिया

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने यह भी बताया कि जिन किसानों के पास फसलों का बीमा है, उन्हें बीमा कंपनियों से मुआवजा दिलवाया जाएगा। वहीं, जिनका बीमा नहीं है, उनके लिए राज्य सरकार मुआवजा राशि प्रदान करेगी। सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों के उपायुक्त तुरंत रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि मुआवजे की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सके। किसानों को राहत देने के लिए विशेष टीमें भी बनाई जाएंगी, जो प्रभावित क्षेत्रों में जाकर नुकसान का आकलन करेंगी और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया को तेजी से पूरा करेंगी।

राहत की उम्मीदें

सरकार द्वारा दी जा रही राहत और मुआवजे से किसानों को राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है और किसी भी किसान को नुकसान के बावजूद अकेला नहीं छोड़ा जाएगा। यह निर्णय किसानों के लिए एक उम्मीद की किरण है, खासकर जब मौसम की मार ने उनके जीवनयापन को संकट में डाल दिया हो।