Delhi News: जो छात्र बोर्ड परीक्षा पास नहीं कर पाए उनके लिए राहत भरी खबर निकलकर सामने आ रही है अब फेल होने की स्थिति में उन्हें दोबारा स्कूल में दाखिला दिया जाना होगा और नियमित छात्र माना जाएगा उनके लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी और वह नियमित छात्रों की तरह ही कक्षा में बैठेंगे शिक्षा मंत्रालय ने इस पर विचार करते हुए कहा है कि इससे फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों की संख्या कम हो जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा कदम उठाया है जो कदम सभी राज्य में लागू होगा इसके तहत 10वीं और 12वीं में फेल होने वाले छात्रों को स्कूल में केवल नियमित छात्र के रूप में प्रवेश देना होगा और उन सबको एक पास होने वाले छात्र की तरह ही सारी सुख सुविधा दी जाएगी ना कि किसी फेल होने वाले छात्र की तरह.
शिक्षा मंत्रालय की फैसले की खास बातें हैं कि जब यह छात्र के लिए साल परीक्षा पास करेंगे तो उनके सर्टिफिकेट पर भी यही लिखा होगा कि इन्होंने बोर्ड की दूसरी परीक्षा में परीक्षा पास कर ली है या 1 साल में फेल हो गए हैं इससे फेल होने वाले और पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में कमी देखने को मिलेगी.
शिक्षा मंत्रालय की कम पर 12वीं तक कोई छात्र जब स्कूल में दाखिला लगा तो उसे पर सरकार की पहली नजर रखी जाएगी जब देखना यह है कि क्या वह बीच में पढ़ाई छोड़ देता है या फेल होने के बाद स्कूल छोड़ देता है या फिर आगे की पढ़ाई पूरी करता है या वह ओपन से पढ़ाई करता है और पास हो जाता है.
शिक्षा मंत्रालय ने पाया है कि हर साल लगभग 40 लाख छात्र दसवीं और बारहवीं परीक्षा में फेल हो जाते हैं उनमें से अधिकांश बाहर हो जाते हैं रिपोर्ट में बताया गया है कि 2022 में फेल होने वालों बच्चों की संख्या 50% छात्रों ने कहीं एडमिशन ही नहीं लिया इन छात्रों ने या तो पढ़ाई छोड़ दी या फिर किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी ले ली.