New Highways: हरियाणा-राजस्थान से होकर गुजरेगा ये नया हाईवे, इन लोगों की होने वाली है बल्ले-बल्ले

देश में सड़क विकास (Road Development) को लेकर केंद्र सरकार की योजनाएं जोरों पर हैं। इसी कड़ी में हरियाणा के सिरसा से राजस्थान के चूरू तक एक नया हाईवे (Highway) बनने जा रहा है, जो इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी को पूरी तरह से बदलकर रख देगा। यह हाईवे सिरसा, जमाल, फेफाना, नोहर, तारानगर होते हुए चूरू (Sirsa-Nohar-Taranagar-Churu) तक पहुंचेगा, जिससे व्यापार, यातायात और पर्यटन को जबरदस्त गति मिलेगी।
हाईवे का निर्माण जल्द होगा शुरू
इस प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में 34 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण (Construction) किया जाएगा, जिसके बाद विस्तृत सर्वेक्षण (Survey) के आधार पर इसकी कुल लंबाई तय होगी। इस नए हाईवे से सिरसा, नोहर, तारानगर और चूरू के निवासियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा, क्योंकि इस रूट पर सफर करने वाले ट्रक, बस, कार और बाइक चालकों (Truck, Bus, Car, Bike Drivers) के लिए यात्रा एकदम आरामदायक और बाधा रहित हो जाएगी।
इसके अलावा, इस हाईवे का सर्वेक्षण करने का कार्य एक निजी फर्म को सौंपा गया है। कंपनी इस पूरे मार्ग का विश्लेषण कर अपनी रिपोर्ट (Report) संबंधित विभाग को सौंपेगी, जिसे आगे राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय (National Highway Ministry) को भेजा जाएगा।
बस सेवा होगी अधिक सुगम
नई सड़क बन जाने के बाद इस क्षेत्र में परिवहन सेवाएं (Transport Services) उल्लेखनीय रूप से सुधरेंगी। अभी तक कई मार्गों पर यात्रियों को उबड़-खाबड़ सड़कों पर सफर करना पड़ता था, लेकिन इस हाईवे के चालू होने के बाद निजी (Private) और सरकारी (Government) बसें इस रूट पर तेजी से दौड़ सकेंगी।
हनुमानगढ़ को मिलेगा सबसे लंबा राजमार्ग
अगर इस परियोजना को योजना के अनुसार पूरा किया गया, तो यह हनुमानगढ़ जिले (Hanumangarh District) का सबसे लंबा हाईवे होगा। अभी तक जिले में कैंचियां से सूरतगढ़ (Suratgarh) तक का सड़क मार्ग केवल 6 किलोमीटर लंबा था, लेकिन इस नई परियोजना से पूरे इलाके को एक विशाल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इससे ट्रैफिक का दबाव (Traffic Pressure) भी कम होगा और यात्रियों को पहले की तुलना में कई गुना बेहतर अनुभव मिलेगा।
दिल्ली और जयपुर जाने वालों के लिए शानदार मार्ग
यह राजमार्ग चूरू, श्रीगंगानगर (Sriganganagar), हनुमानगढ़ और सूरतगढ़ को आपस में जोड़ते हुए दिल्ली (Delhi) और जयपुर (Jaipur) की ओर जाने वालों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है। पहले इस रूट पर सफर करने वालों को घुमावदार और खराब सड़कों (Twisty & Rough Roads) से होकर जाना पड़ता था, लेकिन यह हाईवे एक सीधा और आरामदायक मार्ग प्रदान करेगा।
हाईवे की प्रारंभिक चौड़ाई 15 फीट होगी, जिसे भविष्य में बढ़ाकर दो लेन और फिर चार लेन (2-Lane & 4-Lane) तक करने की योजना है। इससे आने वाले वर्षों में इस मार्ग पर यातायात सुगम होगा और लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
व्यापारिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
इस हाईवे के निर्माण से सिरसा, नोहर, तारानगर और चूरू के व्यापारियों को सीधा लाभ होगा। इस सड़क के माध्यम से सामान ढोने वाले ट्रक (Transport Trucks) बिना किसी रुकावट के एक स्थान से दूसरे स्थान तक आ-जा सकेंगे। इससे लॉजिस्टिक्स (Logistics) का खर्च कम होगा और व्यापार को बूस्ट (Boost) मिलेगा।
इसके अतिरिक्त, सड़क के किनारे नए होटल, ढाबे (Roadside Dhabas) और फूड स्टॉल (Food Stalls) खुलने की संभावना है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। कई छोटे कारोबारियों को भी इस परियोजना से नए अवसर मिल सकते हैं, जिससे रोजगार (Employment) में भी बढ़ोतरी होगी।
रियल एस्टेट सेक्टर में उछाल संभव
जहां-जहां नए हाईवे बनते हैं, वहां की जमीनों की कीमत (Land Prices) तेजी से बढ़ती है। इस परियोजना के चलते, सिरसा, नोहर और चूरू के आसपास के क्षेत्रों में भूमि निवेश (Land Investment) करने वालों को भारी मुनाफा हो सकता है।
रियल एस्टेट विशेषज्ञों (Real Estate Experts) के अनुसार, इस हाईवे के निर्माण के बाद इन क्षेत्रों में प्लॉट, कमर्शियल स्पेस (Commercial Space) और कृषि भूमि (Agricultural Land) की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिलेगी। यदि कोई व्यक्ति अभी इन स्थानों पर संपत्ति खरीदता है, तो भविष्य में उसकी कीमत कई गुना हो सकती है।