New Greenfield Expressway: राजस्थान में इन जिलों के लोगों की होगी मौज, यहां से होकर गुजरेगा नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे

राजस्थान में सड़क परिवहन को और अधिक विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य में नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) के निर्माण की प्रक्रिया जोरों पर है। इस परियोजना के तहत जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे (Jalore-Jhalawar Expressway) का कार्य आरंभ कर दिया गया है जिससे प्रदेश के कई जिलों को जबरदस्त लाभ मिलेगा।
राज्य सरकार ने बीते वर्ष आठ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (8 Greenfield Expressways) के निर्माण की घोषणा की थी। इनमें से दो प्रमुख एक्सप्रेसवे – जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे और अजमेर-बांसवाड़ा एक्सप्रेसवे – की देखरेख उदयपुर स्थित PWD (NH) डिपार्टमेंट द्वारा की जा रही है।
इन एक्सप्रेसवे के बनने से प्रदेश में सड़क परिवहन अधोसंरचना (Road Transport Infrastructure) को मजबूती मिलेगी और आमजन को स्मूद और क्विक ट्रैवल (Smooth & Quick Travel) का अनुभव मिलेगा।
राजस्थान के इन जिलों को मिलेगा फायदा
जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 402 किलोमीटर होगी। इसके अलावा अन्य 7 एक्सप्रेसवे पर भी कार्य प्रगति पर है जो निम्नलिखित हैं:
कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेसवे – 181 किमी
जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेसवे – 193 किमी
बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे – 295 किमी
ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेसवे – 342 किमी
अजमेर-बांसवाड़ा एक्सप्रेसवे – 358 किमी
जयपुर-फलौदी एक्सप्रेसवे – 345 किमी
श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे – 290 किमी
इन सभी परियोजनाओं की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार हो रही है और जल्द ही कंस्ट्रक्शन वर्क (Construction Work) भी प्रारंभ होगा।
जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे क्यों खास है?
यह एक्सप्रेसवे सिर्फ जालोर और झालावाड़ को जोड़ने तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि इसे जामनगर-अमृतसर भारतमाला प्रोजेक्ट (Jamnagar-Amritsar Bharatmala Project) से जोड़ने की योजना भी बनाई जा रही है। इससे राजस्थान के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्से में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
राजस्थान का जालोर जिला पहले ही ग्रेनाइट सिटी (Granite City) के रूप में विख्यात है। यह परियोजना इस क्षेत्र के ग्रेनाइट उद्योग के साथ-साथ कृषि उत्पादों (Agricultural Products) विशेषकर जीरा व्यापार (Cumin Trade) को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का काम करेगी। इसके अतिरिक्त इससे छोटे और मध्यम व्यापारियों को भी लाभ होगा।
किन जिलों से होकर गुजरेगा यह एक्सप्रेसवे?
इस महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे का मार्ग निम्नलिखित जिलों से होकर गुजरेगा:
जालोर
सिरोही
उदयपुर
चित्तौड़गढ़
बेगू
बिजौलिया
रावतभाटा
मोडक
चेचट
झालावाड़
इस एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद इन क्षेत्रों में भूमि की कीमतों में इजाफा (Land Price Appreciation) होगा और निवेशकों के लिए बेहतर अवसर (Better Investment Opportunities) खुलेंगे।
परिवहन और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस परियोजना से राजस्थान में परिवहन और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। पर्यटन स्थलों तक आसान और तेज़ पहुंच संभव होगी जिससे राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।
इसके अलावा लॉजिस्टिक्स कॉस्ट (Logistics Cost) में कटौती होगी जिससे राज्य के व्यापारी और उद्यमी लाभान्वित होंगे। यह एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को भी गति देगा।