New Expressways: भारत में यहाँ बनेंगे 10 धांसू नए एक्सप्रेसवे, जमीन अधिग्रहण से किसानों को होगा तगड़ा फायदा

भारत सरकार (Government of India) देश की सड़कों को आधुनिक बनाने के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। भारतमाला परियोजना के तहत कई महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे (Expressways) बनाए जा रहे हैं जिनसे देश के अलग-अलग राज्यों की कनेक्टिविटी (Connectivity) में जबरदस्त सुधार होगा। इससे न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि लॉजिस्टिक्स (Logistics) और औद्योगिक क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा।
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और औद्योगिक शहर कानपुर को जोड़ने के लिए 63 किलोमीटर लंबा कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इस हाई-स्पीड सड़क (High-Speed Road) के बन जाने के बाद दोनों शहरों के बीच सफर महज 1 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे
दक्षिण भारत के दो बड़े शहरों बेंगलुरु और चेन्नई के बीच 262 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे निर्माणाधीन है। इस हाईवे के बनते ही कर्नाटक आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के बीच आवागमन तेज होगा और ट्रैवल टाइम (Travel Time) घटकर 2 घंटे रह जाएगा।
इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे
मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और तेलंगाना को जोड़ने वाला इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे 525 किलोमीटर लंबा होगा। इस प्रोजेक्ट से खासकर व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और इंदौर एवं हैदराबाद के बीच कनेक्टिविटी (Connectivity) पहले से कहीं ज्यादा सुगम हो जाएगी।
अमृतसर-भटिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे
917 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे पंजाब हरियाणा राजस्थान और गुजरात को जोड़ेगा। इससे न केवल यात्रा सुविधाजनक होगी बल्कि इन राज्यों में व्यापार और इंडस्ट्रियल जोन (Industrial Zone) भी तेजी से विकसित होंगे।
सूरत-नासिक-सोलापुर एक्सप्रेसवे
730 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे गुजरात महाराष्ट्र और कर्नाटक को जोड़ेगा। इस हाईवे के बनने से ट्रांसपोर्ट सेक्टर (Transport Sector) को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा जिससे लॉजिस्टिक्स (Logistics) और व्यापार में नई संभावनाएं खुलेंगी।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
669 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे दिल्ली पंजाब और जम्मू-कश्मीर के बीच यात्रा को बेहद सुगम बना देगा। कटरा में स्थित वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह एक्सप्रेसवे किसी वरदान से कम नहीं होगा क्योंकि यात्रा का समय घटकर केवल 6 घंटे रह जाएगा।
वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे
उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाला 612 किलोमीटर लंबा यह हाईवे यातायात को बेहद तेज कर देगा। फिलहाल वाराणसी से कोलकाता की यात्रा में 15 घंटे लगते हैं लेकिन एक्सप्रेसवे पूरा होने के बाद यह सफर केवल 9 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
दिल्ली से उत्तराखंड जाने वाले यात्रियों के लिए 239 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे किसी वरदान से कम नहीं होगा। वर्तमान में दिल्ली से देहरादून की यात्रा में 5-6 घंटे लगते हैं लेकिन यह 2.5 घंटे तक घटकर यात्रियों को एक शानदार ट्रैवल अनुभव देगा।
हैदराबाद-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए 222 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे तैयार किया जा रहा है। इस हाईवे से दोनों शहरों के बीच का सफर बेहद आसान और तेज हो जाएगा जिससे बिजनेस हब (Business Hub) को बढ़ावा मिलेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
देश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स में शामिल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की लंबाई 1386 किलोमीटर होगी। इस हाईवे के बनने के बाद दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा का समय घटकर मात्र 12 घंटे रह जाएगा। यह एक्सप्रेसवे हरियाणा राजस्थान मध्य प्रदेश गुजरात और महाराष्ट्र को जोड़ेगा।
सड़क नेटवर्क में बड़ा बदलाव
इन नए एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स के कारण देश का बुनियादी ढांचा (Infrastructure) और मजबूत होगा। यात्रियों के लिए ट्रैवलिंग (Travelling) पहले से ज्यादा आरामदायक और सुरक्षित होगी। इसके अलावा व्यापार और लॉजिस्टिक्स (Logistics) इंडस्ट्री को भी तेज़ी से विकास करने का मौका मिलेगा।