यूपी में ज़मीन के दाम में होगा जबरदस्त उछाल, नई रेलवे लाइन से बदलेगा इन 53 गांवों का भविष्य

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक जबरदस्त रेल परियोजना पर काम शुरू कर दिया है जो बहराइच से उतरौला होते हुए खलीलाबाद तक फैली होगी। अब वो जमाना गया जब लोग घंटों बसों में धक्के खाते थे क्योंकि अब एक शानदार रेलवे लाइन (Railway Line) आपकी सेवा में हाज़िर होगी। इस परियोजना के तहत 53 गांवों की ज़मीन से होकर गुजरने वाली 240 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बनाई जाएगी जिससे क्षेत्र की परिवहन व्यवस्था (Transport System) और बुनियादी ढांचे को नई मजबूती मिलेगी।
किसानों को मिलेगा भरपूर मुआवज़ा
अब जब रेल पटरी बिछाने की बात आई है तो ज़मीन अधिग्रहण (Land Acquisition) भी ज़रूरी हो गया। बहराइच में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया ज़ोरों पर है और सरकार ने इस संबंध में राजपत्र भी जारी कर दिया है।
किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्हें उचित मुआवजा (Compensation) भी दिया जा रहा है। सरकार ने इस साल बहराइच श्रावस्ती और बलरामपुर के 80 किलोमीटर रेलवे लाइन के लिए 620 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है।
गांव के चौपालों में अब यही चर्चा हो रही है कि अब तो अपने खेत के बगल से ट्रेन गुजरेगी। वहीं कुछ लोग मजाक में कह रहे हैं कि अब बैलगाड़ी छोड़ो सीधा ट्रेन पकड़ो। इस रेलवे प्रोजेक्ट से स्थानीय लोगों को कई फायदे होंगे खासकर किसानों को जो अपने उत्पादों को तेजी से मार्केट तक पहुंचा सकेंगे।
रेलवे लाइन का कमाल
इस परियोजना के तहत बहराइच से खलीलाबाद के बीच कुल 32 रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे जिनमें 6 नए स्टेशन भी शामिल हैं। मतलब सफर के दौरान चाय-समोसा ब्रेक लेने के कई मौके मिलेंगे। यात्रियों को इससे बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि अब उन्हें लंबी दूरी तय करने के लिए बार-बार बस बदलने की ज़रूरत नहीं होगी।
ट्रेन (Train) सिर्फ सवारी के लिए ही नहीं बल्कि व्यापार (Business) के लिए भी नए रास्ते खोलेगी। छोटे व्यापारियों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं होगी क्योंकि उनके माल की ढुलाई अब और तेज़ होगी। अरे भईया अब आलू-प्याज भी टाइम से मंडी पहुंचेगा। गांवों में कुछ ऐसे ही चुटीले कमेंट्स सुनने को मिल रहे हैं।
स्थानीय विकास में बड़ा योगदान
इस रेलवे लाइन के बनने से सिर्फ यात्रियों को फायदा नहीं होगा बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था (Local Economy) को भी एक नया बूस्ट मिलेगा।
रोजगार के अवसर: रेल प्रोजेक्ट से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा चाहे वो मजदूर हों इंजीनियर हों या फिर स्टेशन पर चाय की दुकान लगाने वाले हों।
पर्यटन को बढ़ावा: यह रेलवे लाइन उत्तर प्रदेश के कुछ प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने का काम करेगी जिससे टूरिज्म (Tourism) को भी बढ़ावा मिलेगा।
कनेक्टिविटी का सुधार: दूर-दराज़ के गांवों को अब सीधा रेल मार्ग से जोड़ा जाएगा जिससे लोगों को शहरों तक पहुंचने में आसानी होगी।