AC खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान, वरना ठंडक और पैसा हो जाएगा बर्बाद

मार्च शुरू होते ही सूरज का तेवर चढ़ने लगता है और गर्मी का असर साफ नजर आने लगता है। ऐसे में लोग चिलचिलाती धूप से राहत पाने के लिए एयर कंडीशनर (AC) खरीदने की प्लानिंग करने लगते हैं। अब तो AC सिर्फ अमीरों की लग्जरी नहीं रहा बल्कि आम लोगों की जरूरत बन चुका है। लेकिन क्या सिर्फ ब्रांड देखकर या सस्ते ऑफर के चक्कर में कोई भी AC खरीद लेना सही होगा? नहीं! अगर आप बिना सही जानकारी के AC खरीदेंगे तो बाद में पछताना पड़ेगा।
AC खरीदते समय कुछ जरूरी फैक्टर्स का ध्यान रखना बेहद जरूरी है ताकि आपको बढ़िया कूलिंग कम बिजली खर्च और लंबी अवधि तक टिकाऊ परफॉर्मेंस मिल सके। अगर आप पहली बार AC खरीद रहे हैं या अपने पुराने AC को अपग्रेड करना चाहते हैं तो यह गाइड आपके बहुत काम आएगी। हम आपको 5 सबसे जरूरी बातें बताएंगे जो सही AC चुनने में आपकी मदद करेंगी।
1 – कौन सा AC बेस्ट रहेगा?
मार्केट में मुख्य रूप से तीन तरह के AC मिलते हैं - विंडो AC स्प्लिट AC और पोर्टेबल AC। अगर आपका कमरा छोटा है और बजट कम है तो विंडो AC बढ़िया रहेगा। इसकी इंस्टॉलेशन (installation) आसान होती है और यह ज्यादा महंगा भी नहीं होता।
अगर बड़ा कमरा है और आप ज्यादा ठंडक चाहते हैं तो स्प्लिट AC सही रहेगा। यह दिखने में भी खूबसूरत लगता है और शोर भी कम करता है। वहीं अगर आप किराए के घर में रहते हैं या AC को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना चाहते हैं तो पोर्टेबल AC बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।
2 – एनर्जी एफिशिएंसी पर ध्यान दें
AC खरीदते समय BEE (Bureau of Energy Efficiency) स्टार रेटिंग जरूर चेक करें। यह बताती है कि AC कितनी बिजली बचाएगा। 5-स्टार AC महंगा होता है लेकिन लंबे समय में बिजली का खर्च कम करता है जबकि 3-स्टार AC सस्ता होता है लेकिन ज्यादा बिजली खपत करता है। अगर आपको दिनभर AC चलाने की जरूरत पड़ती है तो 5-स्टार AC लेना ही समझदारी होगी। इससे बिजली का बिल कम आएगा और AC की लाइफ भी ज्यादा होगी।
3 – कमरे के हिसाब से सही टन कैपेसिटी चुनें
AC की कूलिंग क्षमता टन (Ton) में मापी जाती है। 1 टन का AC छोटे कमरों (120 स्क्वायर फुट तक) के लिए सही रहता है। अगर आपका कमरा 180 स्क्वायर फुट तक का है तो 1.5 टन का AC लें।
बड़े कमरों (200 स्क्वायर फुट से ज्यादा) के लिए 2 टन का AC बेहतर रहेगा। अगर आपने कमरे के हिसाब से गलत टन कैपेसिटी चुनी तो या तो आपका AC ठंडक नहीं देगा या फिर ज्यादा बिजली खींचेगा।
4 – इन्वर्टर AC या नॉन-इन्वर्टर AC
अगर आप बिजली की बचत चाहते हैं तो इन्वर्टर AC लेना फायदेमंद रहेगा। यह कमरे के तापमान के हिसाब से अपनी कूलिंग एडजस्ट करता है और कम बिजली खपत करता है।
जबकि नॉन-इन्वर्टर AC फिक्स्ड स्पीड पर चलता है और ज्यादा बिजली खींचता है। हालांकि इन्वर्टर AC की शुरुआती कीमत थोड़ी ज्यादा होती है लेकिन यह बिजली बिल में काफी बचत कर सकता है।
5 – स्मार्ट फीचर्स और वारंटी पर नजर डालें
आजकल के AC में कई स्मार्ट फीचर्स आने लगे हैं जो इसे ज्यादा सुविधाजनक बनाते हैं। Wi-Fi कनेक्टिविटी और रिमोट कंट्रोल से आप इसे स्मार्टफोन से भी ऑपरेट कर सकते हैं। ऑटो-क्लीन टेक्नोलॉजी बैक्टीरिया और धूल जमने से रोकती है जिससे मेंटेनेंस आसान हो जाता है।
AC का एयर फिल्टर भी चेक करें ताकि आपके कमरे में साफ हवा बनी रहे। साथ ही खरीदते समय ब्रांड की वारंटी पॉलिसी को ध्यान से पढ़ें ताकि खराबी की स्थिति में आपको अच्छी सर्विस मिल सके।