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IIT वाले बाबा की 10वीं-12वीं की मार्कशीट आई सामने, जानें कितने आए थे नंबर

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IIT Baba Marksheet

आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) से पढ़े और अब आध्यात्मिक दुनिया में कदम रख चुके अभय सिंह जिन्हें लोग प्यार से IIT बाबा भी कहते हैं एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उनकी 10वीं और 12वीं की मार्कशीट (Marksheet) ने लोगों को चौंका दिया है। उनके शानदार अकादमिक रिकॉर्ड (Academic Record) को देखकर हर कोई हैरान है कि आखिर कैसे एक मेधावी छात्र (Brilliant Student) जिसने 10वीं में 93% अंक और 12वीं में 92.4% स्कोर किया वह एक हाई-फाई नौकरी छोड़कर आध्यात्मिकता (Spirituality) की राह पकड़ सकता है? आइए जानते हैं उनके मार्क्स से लेकर करियर तक की पूरी कहानी।

10वीं और 12वीं में ऐसे आए शानदार अंक

अभय सिंह का शुरुआती जीवन बेहद साधारण था लेकिन पढ़ाई में उनकी रुचि असाधारण थी। 10वीं कक्षा में उन्होंने गणित (Mathematics) में 99 विज्ञान (Science) में 95 अंग्रेज़ी (English) में 90 और सामाजिक विज्ञान (Social Science) में 88 अंक हासिल किए। वहीं 12वीं में भी उनका प्रदर्शन कमाल का रहा। उन्होंने फिजिक्स (Physics) में 95 केमिस्ट्री (Chemistry) में 94 मैथ्स (Maths) में 98 और अंग्रेज़ी में 85 अंक प्राप्त किए।

इतनी शानदार मार्कशीट देखकर कोई भी कह सकता है कि वह किसी भी हाई-फाई मल्टीनेशनल कंपनी (MNC) में आराम से करोड़ों की नौकरी पा सकते थे लेकिन उन्होंने कुछ और ही ठान रखा था।

IIT-जेईई में मिली थी 731वीं रैंक

बचपन से ही अभय सिंह का सपना था कि वह किसी बड़े संस्थान से पढ़ाई करें। उन्होंने 12वीं के बाद IIT-JEE की परीक्षा दी और 731वीं रैंक हासिल की। इस रैंक के दम पर उन्हें देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) में एडमिशन मिला। यहां से उन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace Engineering) में बी.टेक किया और टॉप छात्रों में अपनी जगह बनाई।

कनाडा में 36 लाख की नौकरी फिर भी छोड़ दी

IIT से ग्रेजुएशन (Graduation) के बाद अभय सिंह को कनाडा (Canada) में एक प्रतिष्ठित कंपनी में शानदार जॉब मिली। उनकी सालाना सैलरी (Annual Salary) करीब 36 लाख रुपये थी जो किसी भी आम इंसान का सपना होती है। लेकिन तीन साल काम करने के बाद अभय को अहसास हुआ कि जीवन सिर्फ पैसे कमाने तक सीमित नहीं होना चाहिए। इसी सोच ने उन्हें आध्यात्मिकता और दार्शनिकता (Philosophy) की ओर खींच लिया।

डिजाइन में मास्टर्स और फोटोग्राफी में रुचि

आईआईटी में पढ़ने के दौरान ही अभय सिंह को डिजाइनिंग (Designing) में दिलचस्पी हो गई थी। कनाडा से लौटने के बाद उन्होंने डिजाइन में मास्टर्स (Master’s in Design) करने का फैसला किया और इसी दौरान उन्हें फोटोग्राफी (Photography) का भी शौक हुआ। उनके कैमरे की नजरें सिर्फ तस्वीरे नहीं खींचती थीं बल्कि जिंदगी के असली रंगों को कैद करती थीं।

आध्यात्मिकता की ओर बढ़ा कदम

डिजाइन और फोटोग्राफी के बाद अभय सिंह का झुकाव अध्यात्म (Spirituality) की ओर बढ़ा। उन्होंने कई ग्रंथों (Scriptures) का अध्ययन किया और जीवन के गहरे अर्थों को समझने का प्रयास किया। यही कारण है कि आज वे एक आध्यात्मिक मार्गदर्शक (Spiritual Guide) के रूप में पहचाने जाते हैं।

IIT बाबा कैसे बने?

अब सवाल ये उठता है कि लोग उन्हें IIT बाबा क्यों कहते हैं? असल में सोशल मीडिया (Social Media) पर जब उन्होंने अपने विचार साझा करने शुरू किए तो उनके फॉलोअर्स तेजी से बढ़ने लगे। उनकी गहराई भरी बातें और मॉडर्न सोच ने उन्हें यूथ के बीच काफी पॉपुलर बना दिया। आज वे देशभर में अपनी स्प्रिचुअल वर्कशॉप्स (Spiritual Workshops) के लिए जाने जाते हैं।