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गांव से कितनी दूरी पर होना चाहिए मुर्गी फार्म? सरकारी नियम जानकर हो जाएंगे हैरान

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Poultry Farming

मुर्गी पालन (Poultry Farming) भारतीय गांवों में तेज़ी से पॉपुलर हो रहा है. यह एक ऐसा धंधा है जिसमें अगर सही प्लानिंग हो तो मुनाफ़ा (Profit) भी बढ़िया होता है. लेकिन इससे पहले कि आप अपने सपनों के मुर्गी फार्म की नींव रखें यह जानना ज़रूरी है कि इसे गांव से कितनी दूरी पर रखना चाहिए और इसमें कितना खर्चा आएगा. साथ ही सरकार की क्या-क्या योजनाएं हैं जो आपकी मदद कर सकती हैं? आइए इस पूरे मामले को देसी स्टाइल में समझते हैं.

गांव से कितनी दूरी होनी चाहिए?

मुर्गी फार्म (Poultry Farm) खोलना जितना आसान लगता है उतना होता नहीं. सबसे पहले तो सही लोकेशन (Location) ढूंढनी पड़ती है. सरकार के गाइडलाइंस के हिसाब से गांव की रिहायशी इलाके से कम से कम 500 मीटर की दूरी होनी चाहिए. अगर फार्म बड़ा है तो यह दूरी 1 किलोमीटर तक बढ़ सकती है.

अब ऐसा क्यों? भाई मुर्गियों की बदबू, चूजों की चहचहाहट और वेस्ट मैनेजमेंट (Waste Management) जैसी चीज़ें गांव वालों के लिए मुसीबत न बनें, इसलिए यह नियम बनाए गए हैं. अगर फार्म सही दूरी पर नहीं होगा तो न सिर्फ शिकायतें बढ़ेंगी, बल्कि प्रशासन भी आकर खोपड़ी पर चढ़ जाएगा.

मुर्गी पालन में कितना आता है खर्चा?

अब आते हैं सबसे ज़रूरी सवाल पर – पैसा! एक छोटा मुर्गी फार्म खोलने में करीब 50,000 से 1 लाख रुपये का खर्चा आ सकता है. वहीं, अगर आप बड़े स्तर (Commercial Scale) पर इसे शुरू करना चाहते हैं, तो यह खर्चा 5 लाख से 10 लाख रुपये तक जा सकता है. आइए, इस खर्चे का ब्रेकडाउन समझते हैं:

1. शेड बनाने का खर्च (Farm Shed Cost)

1000 मुर्गियों के लिए करीब 50,000 से 1 लाख रुपये लग सकते हैं.
अगर फार्म बड़ा है, तो खर्चा भी बढ़ेगा.

2. चूजों की खरीद (Cost of Chicks)

एक चूजे की कीमत 30 से 50 रुपये तक होती है.
500 चूजे खरीदने के लिए करीब 15,000 से 25,000 रुपये लगेंगे.

3. चारे का खर्च (Poultry Feed Cost)

हर महीने एक मुर्गी पर 2.5 से 3 किलो चारा खर्च होता है.
500 मुर्गियों के लिए महीने का खर्च करीब 20,000 से 30,000 रुपये आएगा.

4. दवाइयां और देखभाल (Medicines & Vaccination)

बीमारियों से बचाव के लिए हर महीने 5,000 से 10,000 रुपये तक का खर्च आ सकता है.

5. बिजली और पानी (Electricity & Water Supply)

मोटे तौर पर 2,000 से 5,000 रुपये प्रति माह का खर्चा आएगा.

सरकारी सहायता और सब्सिडी (Government Subsidy)

अब अच्छी ख़बर यह है कि सरकार भी इस बिजनेस को प्रमोट कर रही है. NABARD (National Bank for Agriculture and Rural Development) के तहत 25% से 35% तक की सब्सिडी दी जाती है. इसके अलावा, कई राज्यों में अलग-अलग योजनाएं भी हैं, जिससे लोन (Loan) और अन्य फायदे मिल सकते हैं.

अगर आप मुर्गी पालन का सपना देख रहे हैं, तो कृषि और पशुपालन विभाग (Agriculture & Animal Husbandry Department) की वेबसाइट पर जाकर पूरी जानकारी ले सकते हैं.

मुर्गी पालन में कमाई (Profit Calculation in Poultry Farming)

अब मज़ेदार हिस्सा – मुनाफा! अगर 500 मुर्गियां हैं और हर एक से महीने में 25-30 अंडे मिलते हैं, तो आपके पास करीब 12,500 से 15,000 अंडे हो जाएंगे.

अगर एक अंडे की कीमत 5 रुपये मान लें, तो महीने की आमदनी होगी:
12,500 × 5 = 62,500 रुपये

अब इसमें से चारे, दवाइयों, और अन्य खर्चों को निकालें, तो भी 20,000 से 30,000 रुपये की कमाई आराम से हो सकती है.

अगर ब्रॉयलर मुर्गी (Broiler Chicken) रखते हैं, तो 45 दिनों में इनका वजन 2 किलो तक हो जाता है. एक किलो का रेट 120 रुपये हो तो, एक ब्रॉयलर मुर्गी 240 रुपये में बिकेगी. 500 मुर्गियों के हिसाब से आप 1 लाख से 1.2 लाख रुपये कमा सकते हैं.

मुर्गी फार्म के लिए ज़रूरी नियम (Legal & Environmental Rules)

मुर्गी फार्म शुरू करने से पहले कुछ कानूनी औपचारिकताओं का ध्यान रखना ज़रूरी है:

NOC (No Objection Certificate): पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए ज़रूरी.
GST रजिस्ट्रेशन (If Large Scale): अगर फार्म बड़ा है, तो GST रजिस्ट्रेशन लेना होगा.
पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अप्रूवल: 10,000 से ज्यादा मुर्गियां हैं तो पर्यावरण बोर्ड से अनुमति लेनी होगी.
पशुपालन विभाग से लाइसेंस: ज़रूरी कागज़ात पूरे करके लाइसेंस लेना पड़ेगा.