home page

Haryana Roadways: होली से पहले हरियाणा के लोगों को मिली खुशखबरी, रोडवेज बेड़े में शामिल होंगी 5300 नई बसें

 | 
Haryana Roadways

हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। राज्य सरकार ने परिवहन सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए हरियाणा रोडवेज के बेड़े में कुल 5300 बसें शामिल करने का फैसला किया है। इस घोषणा को खुद राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विधानसभा (Assembly) के बजट सत्र के पहले दिन अपने अभिभाषण के दौरान किया। राज्यपाल ने बताया कि सरकार मौजूदा 4000 बसों की संख्या को बढ़ाकर 5300 तक ले जाएगी जिससे यात्रियों को ज्यादा सुविधाएं मिल सकेंगी और प्रदेश के अंदर यातायात (Transportation) को सुगम बनाया जा सकेगा।

हरियाणा में लगातार बढ़ रही आबादी और परिवहन आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। खासतौर पर दिल्ली-NCR क्षेत्र में लंबी दूरी के लिए इलेक्ट्रिक बसों (Electric Buses) की सेवा शुरू करने की योजना बनाई गई है।

वर्तमान में गुरुग्राम और फरीदाबाद में सिटी बस सेवा (City Bus Service) का संचालन हो रहा है और अब इसे अन्य प्रमुख शहरों जैसे यमुनानगर, पानीपत, करनाल और पंचकूला में भी शुरू कर दिया गया है।

राज्यपाल ने यह भी स्पष्ट किया कि बहुत जल्द अन्य शहरों को भी इस सुविधा से जोड़ा जाएगा, जिससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट (Public Transport) और अधिक मजबूत और विश्वसनीय हो सकेगा।

ग्रामीण सड़कों के विकास पर विशेष ध्यान

हरियाणा सरकार सिर्फ रोडवेज (Roadways) के विस्तार पर ही नहीं बल्कि ग्रामीण सड़कों के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। राज्यपाल ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 1068 करोड़ रुपये की लागत से 2447 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है।

इसके अलावा, 49 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण कार्य जारी है। इससे ग्रामीण इलाकों को शहरों से बेहतर कनेक्टिविटी (Connectivity) मिलेगी और लोगों की यात्रा सुगम होगी।

गांवों तक पक्की सड़कों के निर्माण से जहां एक ओर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सुविधा मिलेगी, वहीं दूसरी ओर व्यापार और परिवहन की गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। खासकर किसान अब अपनी फसल को आसानी से मंडियों तक पहुंचा पाएंगे। सड़कें किसी भी राज्य के आर्थिक विकास की रीढ़ होती हैं और हरियाणा सरकार इस दिशा में तेज़ी से काम कर रही है।

मेट्रो और रेल परियोजनाओं को भी मिली रफ्तार

सिर्फ सड़क परिवहन ही नहीं बल्कि मेट्रो (Metro) और रेलवे (Railway) सेक्टर में भी हरियाणा सरकार ने विकास कार्यों में तेजी लाई है। राज्यपाल ने रिठाला से कुंडली मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण की घोषणा करते हुए बताया कि यह परियोजना 6230 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जाएगी।

इस 26 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में 21 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। इस परियोजना का शिलान्यास खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं, जिससे यह साफ होता है कि केंद्र सरकार भी हरियाणा के इन्फ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) विकास पर विशेष ध्यान दे रही है।

इसी कड़ी में हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना का कार्य भी तेज़ी से जारी है। यह परियोजना 5618 करोड़ रुपये की लागत से पलवल के पृथला से सोनीपत तक बनेगी। इस रेल कॉरिडोर (Rail Corridor) से प्रदेश में व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। हरियाणा एक प्रमुख औद्योगिक हब (Industrial Hub) बनता जा रहा है और इस रेल परियोजना से व्यापारियों को माल ढुलाई में सुविधा होगी।