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Haryana News: हरियाणा में यहाँ बनेगा 10 KM लंबा फ्लाईओवर, इस जिले वालों की होगी बल्ले-बल्ले

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elevated flyover

हरियाणा के फरीदाबाद में बल्लभगढ़-सोहना रोड पर ट्रैफिक (traffic) से परेशान लोगों के लिए राहत की खबर आई है। यहां एक 10 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड फ्लाईओवर (elevated flyover) बनने जा रहा है जिससे रोज़ाना हजारों लोगों को जाम से छुटकारा मिलेगा। सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए भेज दिया है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू हो सकता है।

ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा

अगर आप भी बल्लभगढ़-सोहना रोड पर चलते हुए हर दिन बस भाई अब और नहीं! कहने लगते हैं तो ये खबर आपके लिए राहतभरी है। हर रोज़ करीब 50000 गाड़ियां इस रोड से गुजरती हैं और पीक आवर्स (peak hours) में तो यहां का हाल किसी slow-motion फिल्म से कम नहीं होता। लेकिन इस फ्लाईओवर के बनने के बाद लोगों को स्मूथ (smooth) ट्रैफिक एक्सपीरियंस मिलेगा और ऑफिस स्कूल-कॉलेज जाने वालों का समय बचेगा।

बल्लभगढ़-सोहना रोड क्यों बना जाम का जंजाल?

कुछ साल पहले तक बल्लभगढ़-सोहना रोड पर आराम से सफर किया जा सकता था लेकिन अब हालात ऐसे हो गए हैं कि जहां पहले 5 मिनट में पहुंच जाते थे वहां अब आधे घंटे से ज्यादा लग जाता है।

इसकी वजह है इलाके में तेज़ी से बढ़ते रेसिडेंशियल (residential) प्रोजेक्ट्स और इंडस्ट्रियल यूनिट्स (industrial units)। बढ़ती गाड़ियों की संख्या ने इस रोड को परमानेंट ट्रैफिक जाम ज़ोन बना दिया है।

फ्लाईओवर में क्या होगा खास?

फ्लाईओवर को गुरुग्राम पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट (PWD) के तहत बनाया जाएगा। इसकी कुछ खासियतें इस प्रकार हैं:

10 KM लंबा और 30 मीटर चौड़ा फ्लाईओवर बनाया जाएगा जिससे गाड़ियां बिना रुके सर्र से निकल सकेंगी।
मजबूत बीम और खंभों का इस्तेमाल होगा जिससे स्ट्रक्चर लंबे समय तक मजबूती से खड़ा रहेगा।
दोनों तरफ 19 मीटर चौड़ी सर्विस रोड बनाई जाएगी ताकि लोकल ट्रैफिक भी आराम से चल सके।
फ्लाईओवर के नीचे भी गाड़ियां आराम से चल सकेंगी ताकि लोअर लेवल (lower level) पर भी ट्रैफिक जाम न हो।
यह प्रोजेक्ट स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर (smart infrastructure) का हिस्सा होगा जिससे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।

जो लोग रोज़ इस रूट से ट्रैवल करते हैं उनके लिए ये फ्लाईओवर किसी सांता क्लॉज की गिफ्ट से कम नहीं होगा। फिलहाल ट्रैफिक जाम की वजह से हर महीने लोगों का पेट्रोल और डीजल हजारों रुपये ज्यादा खर्च होता है। ऊपर से देर से ऑफिस पहुंचने का टेंशन अलग। लेकिन इस नए फ्लाईओवर से टाइम भी बचेगा और फ्यूल भी।

पॉल्यूशन में आएगी कमी

फरीदाबाद पहले ही NCR (National Capital Region) के सबसे प्रदूषित शहरों में गिना जाता है। घंटों तक गाड़ियां स्टार्ट रहने से हवा में कार्बन और धुआं बढ़ता जाता है। फ्लाईओवर बनने से गाड़ियों को बिना रुके मूवमेंट मिलेगा जिससे हवा साफ़ रहेगी और लोग चैन से सांस ले पाएंगे।

कब तक पूरा होगा ये प्रोजेक्ट?

सरकार ने इस प्रोजेक्ट को फास्ट-ट्रैक (fast-track) करने की योजना बनाई है। निर्माण कार्य 2025 की शुरुआत तक शुरू हो सकता है और इसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि ये डेडलाइन (deadline) मौसम और अन्य प्रशासनिक कारणों से आगे-पीछे हो सकती है।