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हरियाणा सरकार की नई घोषणा! MSP पर फसल खरीद के लिए पंजीकरण आवश्यक, ऐसे करना होगा पंजीकरण, जानें

हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसके तहत 24 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा जाएगा। इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना आवश्यक होगा, ताकि किसान सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें और अपनी फसल को MSP पर बेच सकें। इस निर्णय से किसानों को उनके उत्पाद की उचित कीमत मिल सकेगी।
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हरियाणा सरकार की नई घोषणा! MSP पर फसल खरीद के लिए पंजीकरण आवश्यक, ऐसे करना होगा पंजीकरण, जानें

Haryana News: हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसके तहत 24 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदा जाएगा। इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना आवश्यक होगा, ताकि किसान सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें और अपनी फसल को MSP पर बेच सकें। इस निर्णय से किसानों को उनके उत्पाद की उचित कीमत मिल सकेगी।

MSP योजना के तहत पंजीकरण की आवश्यकता

किसानों को अपनी फसल MSP पर बेचने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य है। यदि आपने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, तो आपको फरवरी तक यह पंजीकरण करना होगा, वरना आप सरकारी आर्थिक मदद और MSP पर अपनी फसल बेचने का लाभ नहीं उठा पाएंगे।

पंजीकरण की प्रक्रिया

मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जाकर किसानों को अपनी जानकारी दर्ज करनी होगी। किसानों को अपनी फसल, जमीन और किसान का विवरण सही-सही भरना होगा। पंजीकरण की आखिरी तारीख फरवरी है। यह पोर्टल किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए डिजाइन किया गया है। जिन किसानों ने पंजीकरण नहीं करवाया, उन्हें कोई सरकारी सहायता प्राप्त नहीं होगी।

रजिस्ट्रेशन की स्थिति

जिला कृषि विभाग के टीए मोहित कुमार के अनुसार, अब तक जिले में 15,244 किसानों ने 95,169 एकड़ जमीन का पंजीकरण करवाया है। यह आंकड़े रबी फसल की बुवाई के हैं, और इन किसानों ने अपनी फसल का पंजीकरण करवा लिया है।

पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज

जमीन का विवरण: खेत का मालिकाना हक और जमीन के दस्तावेज़।
पट्टे पर खेती करने वाले किसानों के लिए: पट्टे की जानकारी और संबंधित दस्तावेज़।
चकबंदी न होने वाले गांवों के लिए: खेत के मालिक के नाम से रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।

किसानों को मिल रही सुविधाएं

यदि किसी किसान को पोर्टल पर पंजीकरण के दौरान कोई परेशानी आती है, तो वह कृषि विभाग में जाकर अपनी समस्या का समाधान करवा सकता है। सरकार ने किसानों की मदद के लिए इस प्रक्रिया को सरल और सीधी बनायी है, ताकि वे आसानी से अपनी फसल को MSP पर बेच सकें।