Haryana: हरियाणा परिवहन विभाग में बड़ा बदलाव! पुलिस तंत्र से मुक्त होगा विभाग
Haryana News: हरियाणा में परिवहन विभाग से जुड़े एक अहम बदलाव की खबर आई है। परिवहन मंत्री अनिल विज ने विभाग में पुलिस अधिकारियों की तैनाती को समाप्त करने की दिशा में कदम उठाया है। यह कदम विभाग में सुधार लाने और भ्रष्टाचार को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है। अब परिवहन विभाग के विभिन्न पदों पर केवल विभागीय कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी, जो इस विभाग की कार्यशैली को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मोटर व्हीकल अफसर (MVO) से इंस्पेक्टरों की छुट्टी
परिवहन विभाग में बदलाव की प्रक्रिया ने तेजी पकड़ ली है। सबसे पहले, मोटर व्हीकल अफसर (MVO) के तौर पर तैनात किए गए पुलिस इंस्पेक्टरों को वापस कर दिया गया है। इससे यह संकेत मिलता है कि अब विभाग में पुलिस अधिकारियों की तैनाती पर रोक लगाई जाएगी और विभागीय अधिकारियों की भूमिका को प्रमुखता दी जाएगी।
परिवहन विभाग में नई तैनाती और प्रस्ताव
परिवहन विभाग में तैनात पुलिस अधिकारियों के स्थान पर अब HCS अधिकारियों को तैनात करने का प्रस्ताव रखा गया है। यह प्रस्ताव इस बदलाव की दिशा में एक और कदम है, जो पूर्व में हुए भ्रष्टाचार के मामलों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इसके अलावा, RTA (Regional Transport Authority) के पदों पर भी HCS अधिकारियों की तैनाती की सिफारिश की गई है।
क्यों हुई यह बदलाव की जरूरत?
पिछली सरकार के कार्यकाल में, परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे, जिनकी जांच के बाद कई अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था। इसके चलते, खट्टर सरकार ने एक नया प्रयोग करते हुए RTA के पदों पर न केवल HCS अधिकारियों को बल्कि HPS और अन्य क्लास वन अधिकारियों को भी तैनात किया था। इस कदम से परिवहन विभाग में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का प्रयास किया गया था।
अनिल विज और मुख्यमंत्री के बीच विवाद
अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच कई बार विभागीय विवाद सामने आए हैं। विज ने बार-बार अपने विभागों में हस्तक्षेप पर नाराजगी जताई थी, जिससे कई बार सत्ता में बदलाव भी हुआ था। उदाहरण के लिए, 2020 में विज से सीआईडी विभाग का चार्ज वापस लिया गया था। इसके अलावा, 2021 में शहरी स्थानीय निकाय विभाग भी उनसे वापस ले लिया गया था।
परिवहन विभाग में नए बदलाव के फायदे
विभाग में पुलिस अधिकारियों की तैनाती से भ्रष्टाचार के आरोप बढ़ गए थे। अब विभागीय कर्मचारियों की तैनाती से कामकाजी माहौल में पारदर्शिता बढ़ेगी। HCS अधिकारियों की तैनाती से विभाग में कार्यों की गुणवत्ता में सुधार आएगा, और विभाग के कामकाजी माहौल में स्थिरता बनी रहेगी।