हरियाणा वासियों के लिए बड़ी खुशखबरी, फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा तक का सफर होगा आसान

हरियाणा के लोगों के लिए एक बढ़िया (amazing) खबर आई है! अब फरीदाबाद से ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) जाने में घंटों जाम में फंसने का झंझट खत्म होने वाला है। बताया जा रहा है कि मार्च से मंझावली पुल (Manjhawali Bridge) शुरू हो जाएगा। जैसे ही यह पुल चालू होगा, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच रोजाना सफर करने वालों के लिए यह किसी वरदान (blessing) से कम नहीं होगा। भाई अब लंबा रूट लेने की टेंशन खत्म और सीधा शॉर्टकट (shortcut) पकड़ो!
मंझावली पुल से मिलेगा घंटों के जाम से छुटकारा
जानकारी के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा से फरीदाबाद के सफर को आसान बनाने के लिए 24 किलोमीटर लंबी परियोजना पर जोरों-शोरों से काम चल रहा है। इस परियोजना के तहत मंझावली गांव में यमुना नदी (Yamuna River) पर 630 मीटर लंबा पुल बनाया गया है, जिसका काम लगभग पूरा हो चुका है। यानी अब वो दिन गए जब फरीदाबाद से नोएडा जाने के लिए लोगों को लंबा और ट्रैफिक से भरा रास्ता लेना पड़ता था।
122 करोड़ की लागत से तैयार हुआ दमदार पुल
इस पुल को फरीदाबाद से जोड़ने के लिए 20 किलोमीटर लंबी सड़क और उत्तर प्रदेश की सीमा में 4 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण पूरा कर लिया गया है। अभी फिलहाल पुल को चौड़ा करने का काम जारी है। सरकार ने इस पूरे प्रोजेक्ट में 122 करोड़ रुपये झोंक दिए हैं। भाई, जब इतना पैसा लगाया गया है तो पुल भी तगड़ा और शानदार (fantastic) होगा!
बाईपास रोड और एक्सप्रेसवे से मिलेगी और भी आसानी
पुल के अलावा, मंझावली और चिरसी (Chirsi) में बाईपास सड़क का भी निर्माण किया जा रहा है ताकि आने-जाने वालों को और आसानी हो। इसके साथ ही, नोएडा के अट्टा (Atta) के पास से नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच गुजरने वाले यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) को भी जोड़ा जा रहा है। यानी, कुल मिलाकर इस प्रोजेक्ट से दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) की ट्रैफिक व्यवस्था को और सुचारु (smooth) बनाने की पूरी तैयारी हो रही है।
मार्च में पूरा होगा काम
अधिकारियों का कहना है कि मार्च तक इस पूरे प्रोजेक्ट का काम खत्म कर दिया जाएगा। यानी उसके बाद वाहन चालक बिना किसी परेशानी के फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच मजे से आवागमन कर सकेंगे। PWD (Public Works Department) के अधिकारियों का कहना है कि इस पुल के चालू होने के बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) और यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी (connectivity) पहले से बेहतर हो जाएगी। दिल्ली-एनसीआर में जाम (traffic jam) की समस्या भी कम होगी, जिससे लोगों का समय और ईंधन दोनों बचेंगे।