हरियाणा के इस जिले के विकास में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. मनमोहन सिंह का था बड़ा हाथ! 2007 में दिया था यह बड़ा तोहफा, जानें
Dr. Manmohan Singh News: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान हरियाणा, विशेष रूप से हिसार के लिए ऐतिहासिक था। उनके कार्यकाल के दौरान, हिसार को पहला और अब तक का एकमात्र थर्मल पावर प्लांट मिला, जिससे प्रदेश के एक बड़े हिस्से को बिजली मिल रही है। यह कदम न केवल ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आया, बल्कि इसने हिसार और आसपास के इलाकों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हिसार थर्मल पावर प्लांट का निर्माण
19 मई 2007 को, जब डॉ. मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे, उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के साथ मिलकर हिसार के खेदड़ गांव में 1200 मेगावाट क्षमता के राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट की नींव रखी। यह परियोजना हरियाणा पावर जनरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीजीसीएल) द्वारा संचालित की जाती है।
इस थर्मल पावर प्लांट के निर्माण में 4297 करोड़ रुपये की लागत आई, जो उस समय के हिसाब से बेहद किफायती था। इस परियोजना की प्रति मेगावाट लागत तीन करोड़ 19 लाख रुपये थी, जो भारत में उस समय का सबसे कम था। प्लांट में दो यूनिट्स हैं, प्रत्येक की क्षमता 600 मेगावाट है। इस प्लांट के कारण प्रदेश में बिजली की आपूर्ति में सुधार आया है, और आज भी यह प्रदेश के कई हिस्सों को बिजली प्रदान कर रहा है।
‘एजुसेट’ प्रोजेक्ट का शुभारंभ
डॉ. मनमोहन सिंह ने इस कार्यक्रम के दौरान हरियाणा को सेटेलाइट आधारित शिक्षा प्रोजेक्ट 'एजुसेट' भी सौंपा था। इस पहल का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी सुधार करना था और हरियाणा में शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाना था। इसके माध्यम से, दूर-दराज के क्षेत्रों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाने का प्रयास किया गया था।
डॉ. मनमोहन सिंह और जिंदल परिवार का संबंध
डॉ. मनमोहन सिंह का हिसार के जिंदल परिवार से गहरा संबंध था। वर्ष 2005 में, उन्होंने ओपी जिंदल के समर्थन में हिसार के राजकीय कॉलेज मैदान में चुनावी रैली को संबोधित किया था। इस रैली में ओपी जिंदल की जीत सुनिश्चित हुई, और वे प्रदेश सरकार में मंत्री बने। जब ओपी जिंदल का निधन हुआ, तब डॉ. मनमोहन सिंह ने उनकी जीवनी पर लिखी पुस्तक का विमोचन किया।