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दिल्ली-अंबाला रेल रूट 4 लाइन कॉरिडोर में होगा अपग्रेड, इन 15 गांवों से ली जाएगी जमीन, खर्च होंगे 7 हजार 74 करोड़ रुपये

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railway line

दिल्ली-अंबाला (Delhi-Ambala) रेल रूट इन दिनों ट्रेनों के ट्रैफिक जाम (traffic jam) से जूझ रहा है। पैसेंजर ट्रेन (passenger train) हो या गुड्स ट्रेन (goods train), दोनों के बढ़ते दबाव को देखते हुए रेलवे ने इस पूरे रूट को 4-लाइन (four-line) में अपग्रेड करने का फैसला किया है। फिलहाल, ये रूट डबल ट्रैक (double track) वाला है लेकिन अब इसे हाईफाई (hi-fi) बनाने की प्लानिंग हो चुकी है। इस मेगा प्रोजेक्ट (mega project) में 193.6 किलोमीटर लंबे दिल्ली-अंबाला रेलवे कॉरिडोर का कायाकल्प (revamp) किया जाएगा और इस पर कुल 7,074 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह काम अगले चार साल में पूरा करने का टारगेट (target) रखा गया है।

प्रशासन और रेलवे अधिकारियों की बड़ी बैठक

इस प्रोजेक्ट पर मंथन करने के लिए सोनीपत (Sonipat) के लघु सचिवालय में उपायुक्त (DC) डॉ. मनोज कुमार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक (review meeting) हुई। इस मीटिंग में जिला प्रशासन (district administration) और रेलवे विभाग (railway department) के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।

उपायुक्त ने बताया कि रेलवे लाइन (railway line) पर बढ़ते लोड (load) और यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इस कॉरिडोर (corridor) को फोर लाइन (four-line) में बदला जाएगा। उन्होंने कहा, "ट्रेन लेट (train late) होने की समस्या अब कम होगी और ट्रैवल (travel) करने वाले लोगों को भी राहत मिलेगी।"

बनेगा फ्लाईओवर

बैठक में उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने रेलवे अधिकारियों के सामने एक तगड़ा प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि इस रूट पर जहां-जहां रेलवे अंडरपास (underpass) हैं, वहां फ्लाईओवर (flyover) बनाए जाएं। उनका कहना था कि बारिश के दिनों में अंडरपास में अक्सर पानी भर जाता है, जिससे लोगों को चलने-फिरने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

"यात्रियों की सुविधा (passenger comfort) के लिए फ्लाईओवर ज्यादा बेहतर ऑप्शन (better option) रहेगा। इससे ट्रैफिक स्मूथ (traffic smooth) रहेगा और बारिश के मौसम में पानी जमा होने की समस्या भी नहीं होगी," उपायुक्त ने बताया।

32 रेलवे स्टेशनों पर होगा बड़ा बदलाव

दिल्ली-अंबाला रेलवे कॉरिडोर में कुल 32 रेलवे स्टेशनों (railway stations) पर काम किया जाएगा। इन स्टेशनों को मॉडर्न (modern) बनाया जाएगा, जिससे यात्रियों को ज्यादा सुविधाएं (facilities) मिलेंगी। रेलवे इस पूरे अपग्रेडेशन (upgradation) प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने की योजना बना रहा है।

बजट और टाइमलाइन का पूरा प्लान

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर कुल 7,074 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह एक मेगा प्रोजेक्ट (mega project) है और इसे चार साल (four years) में पूरा करने का लक्ष्य (goal) रखा गया है।

इस अपग्रेडेशन के बाद दिल्ली-अंबाला रेल रूट (Delhi-Ambala Rail Route) पर ट्रेन लेट (train delay) की समस्या बहुत हद तक खत्म हो जाएगी और यात्रा ज्यादा आरामदायक (comfortable) होगी।

बैठक में कौन-कौन थे मौजूद?

इस अहम बैठक में कई बड़े अधिकारी शामिल हुए। इनमें नगर निगम आयुक्त (municipal commissioner) हर्षित, गोहाना एसडीएम (SDM) अंजली श्रोत्रिय, एसडीएम डॉ. निर्मल नागर, एसडीएम सुभाष चंद्र, एसडीएम प्रवेश कादियान, नगराधीश डॉ. अनमोल, एसीपी राहुल देव और रेलवे विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।