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हरियाणा में यात्रियों की होगी बल्ले बल्ले! इन जिलों के बीच होगा RRTS रेल सेवा का सुभारम्भ, जानें

हरियाणा और केंद्र सरकार के सहयोग से गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा के बीच क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। यह परियोजना दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख क्षेत्रों के बीच तेज, पर्यावरण-संवेदनशील और प्रभावी परिवहन सुविधा प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। इस योजना से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ भी मिलेंगे।
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हरियाणा में यात्रियों की होगी बल्ले बल्ले! इन जिलों के बीच होगा RRTS रेल सेवा का सुभारम्भ, जानें

RRTS: हरियाणा और केंद्र सरकार के सहयोग से गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा के बीच क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। यह परियोजना दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख क्षेत्रों के बीच तेज, पर्यावरण-संवेदनशील और प्रभावी परिवहन सुविधा प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। इस योजना से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ भी मिलेंगे।

इस क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का कुल लंबाई 60 किलोमीटर होगा। यह गुरुग्राम के राजीव चौक से नोएडा सेक्टर-142 और ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर तक फैलेगा। परियोजना के तहत, फरीदाबाद के बाटा चौक से होकर गुजरने वाली ट्रेनें इन प्रमुख शहरों के बीच सुगम और तेज यात्रा सुनिश्चित करेंगी।

इस कॉरिडोर में 8 प्रमुख स्टेशन बनाए जाएंगे, जो उच्च गति वाली ट्रेनों से लैस होंगे। इसके साथ ही, इन स्टेशनों को आधुनिक तकनीकों के साथ डिज़ाइन किया जाएगा, जिससे यात्रा का समय बेहद कम होगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 15,000 करोड़ रुपये है। इसे सरकारी और निजी भागीदारी (PPP मॉडल) के तहत विकसित किया जाएगा, जिससे निवेश का संतुलन सुनिश्चित किया जाएगा और परियोजना समय पर पूरी हो सकेगी।

इस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के माध्यम से ट्रैफिक जाम में कमी आएगी, जिससे लोगों को कम समय में यात्रा करने का अवसर मिलेगा। तेज़ और प्रभावी परिवहन प्रणाली की वजह से सार्वजनिक परिवहन का उपयोग बढ़ेगा, जिससे व्यक्तिगत वाहनों की संख्या कम होगी और ईंधन की खपत भी घटेगी।  यातायात में सुधार और सार्वजनिक परिवहन की बढ़ती लोकप्रियता से वायु प्रदूषण कम होगा, जो शहरों के पर्यावरण को बेहतर बनाएगा।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस परियोजना पर गहरी चर्चा की है। इसके तहत दिल्ली-एनसीआर के अन्य प्रमुख स्थानों जैसे IGI एयरपोर्ट, जेवर एयरपोर्ट, और एम्स-बाढ़सा को इस नेटवर्क से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा, सराय काले खां से राजस्थान के धारूहेड़ा और शाहजहांपुर तक इस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के विस्तार पर भी विचार किया जा रहा है।

यह रैपिड ट्रांजिट सिस्टम यात्रियों को तेज़ और किफायती यात्रा प्रदान करेगा, जिससे उनका समय और पैसा दोनों बचेंगे। गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा के बीच बेहतर कनेक्टिविटी से नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जिससे इन क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। नए RRTS स्टेशनों के आसपास शहरी विकास में तेजी आएगी। इससे इन क्षेत्रों में व्यावसायिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी और नये आवासीय क्षेत्रों का विकास होगा।