सीएम सैनी ने दी बड़ी सौगात! हरियाणा में सहायक प्राध्यापकों को नए साल पर मिलेगी नौकरी की सुरक्षा
Haryana: हरियाणा में विश्वविद्यालयों में कॉन्ट्रैक्ट आधार पर काम करने वाले सहायक प्राध्यापकों (Assistant Professors) के लिए एक खुशखबरी आई है। राज्य सरकार ने इन सहायक प्राध्यापकों को रिटायरमेंट तक नौकरी की सुरक्षा देने का फैसला लिया है। इस संबंध में अगले साल विधानसभा में एक बिल पेश किया जाएगा, जिससे इन कर्मचारियों को स्थिरता और सुरक्षा मिलेगी।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में हरियाणा यूनिवर्सिटीज कांट्रेक्चुअल टीचर्स एसोसिएशन (हुकटा) के प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हुए यह घोषणा की कि अब कॉन्ट्रैक्ट बेस पर काम करने वाले सहायक प्राध्यापकों को रिटायरमेंट तक नौकरी में सुरक्षा दी जाएगी और उन्हें हटाया नहीं जाएगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस घोषणा के दौरान कहा कि उनकी सरकार ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पहले ही घोषणा की थी कि प्रदेश के लगभग 1,500 अनुबंधित सहायक प्राध्यापकों को कॉलेज के एक्सटेंशन लेक्चरर की तरह सेवा सुरक्षा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार रोजगार सुरक्षा प्रदान करने तक किसी भी सहायक प्राध्यापक को नौकरी से नहीं हटाएगी।
इस घोषणा का स्वागत करते हुए हुकटा के प्रदेश अध्यक्ष विजय मलिक ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि अधिकांश अनुबंधित सहायक प्राध्यापक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा निर्धारित सभी पात्रता शर्तों और चयन प्रक्रिया के तहत नियुक्त किए गए थे, लेकिन वे लंबे समय से रेगुलर होने की उम्मीद में सेवा सुरक्षा की प्रतीक्षा कर रहे थे।
विश्वविद्यालयों में अनुबंध आधार पर काम करने वाले सहायक प्राध्यापक, जिन्हें पहले सेवा सुरक्षा नहीं मिलती थी, उनके लिए यह एक बड़ा कदम है। यह कदम उन्हें मानसिक और वित्तीय स्थिरता प्रदान करेगा। जैसा कि हुकटा के अध्यक्ष ने बताया, अधिकांश अनुबंधित सहायक प्राध्यापक अपनी आयु सीमा को पार कर चुके हैं और वे अब स्थायी नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर सकते। ऐसे में सेवा सुरक्षा से उन्हें बड़ी राहत मिलेगी।
राज्य सरकार ने पहले ही विद्यालयों के गेस्ट टीचर्स और महाविद्यालयों के एक्सटेंशन लेक्चरर को सेवा सुरक्षा प्रदान की है, जिससे अनुबंधित सहायक प्राध्यापकों के बीच उम्मीदें बढ़ गई थीं कि उन्हें भी यह सुविधा मिलेगी।मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलकर हुकटा के प्रतिनिधियों की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। विजय मलिक ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश सरकार जल्द ही अनुबंधित सहायक प्राध्यापकों को भी सेवा सुरक्षा प्रदान करेगी, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।