सीएम सैनी ने 10 जनवरी को चंडीगढ़ में पुलिस अधिकारियों की बुलाई बैठक, जानिए किन मुद्दों पर होगी चर्चाएं
Haryana: हरियाणा में अपराध की बढ़ती घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 10 जनवरी को चंडीगढ़ में पुलिस अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। यह बैठक मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी पुलिस अधिकारियों के साथ पहली बैठक होगी, और इसके जरिए प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार की प्राथमिकताओं का संकेत मिलेगा।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अपराधों के बढ़ते मामलों पर चर्चा करना और नए अपराधिक कानूनों के लागू होने से पहले पुलिस की तैयारियों की समीक्षा करना है। इसके साथ ही, प्रदेश के पुलिस अधिकारियों से रिपोर्ट लेकर अपराध नियंत्रण में सुधार के उपायों पर विचार किया जाएगा।
अपराधों पर रिपोर्ट
इस बैठक में हरियाणा की सभी पुलिस रेंज के आईजी, जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी), और वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा लेंगे। हर जिले का पुलिस अधीक्षक अपने-अपने इलाके में हो रही अपराधों की रिपोर्ट पेश करेगा, जिसमें फिरौती मांगने जैसी घटनाओं की जानकारी भी शामिल होगी।
नए अपराध कानूनों पर चर्चा
बैठक में नए अपराधिक कानूनों के बारे में भी चर्चा होगी। इन कानूनों के लागू होने से पहले उनकी तैयारी और पुलिस कर्मचारियों को प्रशिक्षण की स्थिति पर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
पुलिस की कार्रवाई की समीक्षा
हाल ही में प्रदेश में अपराधों को नियंत्रित करने में पुलिस की कार्रवाई पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। इस बैठक में इन सवालों के जवाब भी दिए जाएंगे और पुलिस की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के उपायों पर विचार होगा।
हरियाणा में बढ़ते अपराध
हरियाणा में हाल के दिनों में अपराधों में वृद्धि देखने को मिली है, जिसमें खासकर फिरौती मांगने, चोरी, हथियारों से संबंधित अपराध, और बलात्कार जैसी घटनाएं शामिल हैं। इन अपराधों पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए गए हैं।इस बैठक के माध्यम से मुख्यमंत्री नायब सैनी प्रदेश की कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पुलिस अधिकारियों से फीडबैक लेकर सुधार की दिशा में कदम उठाएंगे।
पुलिस कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण
हरियाणा सरकार ने नए अपराधिक कानूनों को लागू करने से पहले प्रदेश के सभी पुलिस कर्मियों को इन कानूनों के बारे में प्रशिक्षण देने का फैसला लिया है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पुलिस अधिकारियों को नए कानूनों की समझ और प्रभावी कार्यवाही के लिए तैयार करना है। पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर इस प्रशिक्षण प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं।