श्याम होते ही हरियाणा के मौसम को लेकर बड़ी अपडेट, पश्चिमी विक्षोभ की एंट्री से इन जिलों में होगी बारिश

हरियाणा के मौसम में एक बार फिर बदलाव का दौर शुरू हो गया है। कृषि मौसम विज्ञान विभाग चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के अनुसार राज्य में मौसम 13 मार्च तक परिवर्तनशील बना रहेगा। इसका प्रमुख कारण लगातार सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) हैं जो राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बादलवाई (Cloudy) स्थिति और तापमान में उतार-चढ़ाव लाने वाले हैं।
अगर आप किसान हैं या फिर मौसम में दिलचस्पी रखते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। 9 मार्च की रात से ही हवाओं की दिशा में बदलाव देखा जा सकता है जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में आंशिक बादल (Partial Clouds) छाए रहेंगे।
खास बात यह है कि दिन का तापमान थोड़ा कम होने की संभावना है जबकि रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि 11 और 12 मार्च को हवाएं मध्यम से तेज गति से चलने की संभावना है जिससे मौसम का मिजाज और भी बदलेगा।
पश्चिमी विक्षोभ की एंट्री से फिर बदलेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार हरियाणा में 14 मार्च से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है जो प्रदेश में मौसम की करवट (Weather Shift) को और तेज करेगा। इसका मतलब है कि 13 मार्च के बाद भी मौसम में अस्थिरता बनी रह सकती है। यह स्थिति किसानों के लिए थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकती है खासकर उन लोगों के लिए जो रबी फसलों (Rabi Crops) की कटाई की तैयारी में लगे हुए हैं।
हरियाणा में आमतौर पर इस समय तापमान में स्थिरता आ जाती है लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से इस बार तापमान में ऊपर-नीचे (Fluctuation) होने की संभावना बनी हुई है। दिन में हल्की ठंडक महसूस हो सकती है जबकि रातें अपेक्षाकृत गर्म होंगी। यह बदलाव मुख्य रूप से पश्चिमी हवाओं और बदलते दबाव तंत्र (Pressure System) की वजह से हो रहा है।
किसानों के लिए मौसम अपडेट क्यों जरूरी?
हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है जहां के किसानों के लिए मौसम का हर अपडेट बेहद महत्वपूर्ण होता है। फसल उत्पादन (Crop Yield) और उसकी गुणवत्ता सीधे तौर पर मौसम पर निर्भर करती है। मार्च का महीना फसलों के पकने और उनकी कटाई का समय होता है ऐसे में अचानक मौसम परिवर्तन से फसलों को नुकसान हो सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि तेज हवाओं और संभावित हल्की बारिश (Light Rain) से गेहूं सरसों और चने की फसल पर असर पड़ सकता है। इस दौरान किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। खासतौर पर कटाई के लिए सही समय का चुनाव करें और फसलों को खुले में ज्यादा देर तक न रखें।
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम?
9 से 13 मार्च: इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक प्रभाव रहेगा जिससे हल्के बादल छाए रह सकते हैं और दिन के तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
11-12 मार्च: इन दो दिनों में हवाएं मध्यम से तेज गति से चलेंगी जिससे मौसम का रुख ठंडा हो सकता है।
14 मार्च के बाद: एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा जो फिर से मौसम में बदलाव ला सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के मौसम को नियंत्रित करने वाला एक प्रमुख कारक (Key Factor) है। जब यह सक्रिय होता है तो हवा की दिशा बदलती है और वातावरण में नमी (Moisture) बढ़ जाती है जिससे बारिश और ठंडक का अहसास होता है।
इस बार हरियाणा में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव काफी अलग दिख सकता है। मौसम विभाग के अनुसार यदि नमी अधिक बनी रहती है तो कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है। हालांकि इसका सटीक पूर्वानुमान (Accurate Prediction) अगले कुछ दिनों में स्पष्ट होगा।