हरियाणा में बीपीएल राशनकार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर! फटाफट से पढ़ें पूरा अपडेट
BPL Card: हरियाणा में BPL कार्ड धारक की संख्या में हुए बदलाव ने राज्य के लोगों की स्थिति पर महत्वपूर्ण असर डाला है। 2024 के अंत तक BPL कार्ड धारकों की संख्या में कमी आई है, जबकि पहले यह संख्या लगातार बढ़ रही थी। चलिए जानते हैं कि यह बदलाव क्यों हुआ, इसके क्या कारण हैं और इससे राज्य के गरीब वर्ग पर क्या असर पड़ेगा।
हरियाणा में BPL कार्ड धारकों की संख्या
अक्टूबर 2024 तक, हरियाणा में कुल 51.09 लाख BPL कार्ड धारक थे, जो राज्य की करीब 70% आबादी का प्रतिनिधित्व करते थे। लेकिन नवंबर 2024 में अचानक 34,000 BPL कार्ड धारक कम हो गए, जिसके कारण करीब 1.36 लाख लोग इस श्रेणी से बाहर हो गए हैं। इससे राज्य की BPL सूची में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन आया है।
BPL कार्ड धारकों की संख्या में उतार-चढ़ाव
हरियाणा में BPL कार्ड धारकों की संख्या में कुछ वर्षों में कई उतार-चढ़ाव देखे गए हैं। जैसे कि 2023 में यह संख्या 31.59 लाख से बढ़कर 42 लाख तक पहुंच गई थी। वहीं, 2024 में जनवरी से अक्टूबर तक यह संख्या 9 लाख बढ़कर 51.09 लाख हो गई थी।
BPL कार्ड के फायदे
हर व्यक्ति को 5 किलो अनाज (गेहूं/बाजरा) मुफ्त मिलता है। हर परिवार को महीने में दो लीटर सरसों का तेल 40 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलता है। प्रति माह 1 किलो चीनी 13.5 रुपये की दर से मिलती है। ग्रामीण क्षेत्र में प्रत्येक परिवार को 100 गज का प्लॉट दिया जाएगा। उज्ज्वला योजना के तहत 500 रुपये में गैस सिलेंडर मिलता है। चिरायु-आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज मिलता है।
आय सीमा में वृद्धि का असर
मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने विधानसभा में यह बताया था कि सरकार ने BPL कार्ड बनाने के लिए आय की सीमा बढ़ा दी है। पहले यह सीमा 1.20 लाख रुपये थी, जो अब 1.80 लाख रुपये कर दी गई है। इस कदम का उद्देश्य और अधिक परिवारों को BPL श्रेणी में शामिल करना है, जिससे वे सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकें।
विपक्ष का सवाल
हालांकि, विपक्ष ने इस बात पर सवाल उठाया कि BPL श्रेणी के लोगों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जबकि सरकार की ओर से इस पर कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है। राज्य मंत्री राजेश नागर ने इस मुद्दे पर अधिकारियों से जानकारी लेने की बात कही है, और स्थिति स्पष्ट करने का आश्वासन दिया है।