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हरियाणा में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को पूरे हुए 10 साल, मंत्री श्रुति चौधरी ने बढ़ाया महिलाओं का हौसला

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हरियाणा में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान को पूरे हुए 10 साल, मंत्री श्रुति चौधरी ने बढ़ाया महिलाओं का हौसला

महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि हरियाणा के पानीपत से शुरू हुई बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना प्रदेश में मील का पत्थर साबित हुई है। इस योजना से प्रदेश में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच बनी और उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया। आज हरियाणा की बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और अपनी मेहनत और मेधा से इतिहास रच रही हैं।

पीएम ने पानीपत से की थी अभियान की शुरुआत

उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का प्रमुख उद्देश्य लड़कियों के जन्म के समय लिंगानुपात में सुधार लाना और समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना था। इस दिशा में सकारात्मक बदलाव हुए हैं इस कार्यक्रम के परिणाम स्वरूप प्रदेश में लिंगानुपात साल 2024 में बढ़कर 910 हो गया है, इसी दिशा में आगे भी कार्य किए जाएंगे। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत हरियाणा के पानीपत की धरती से की थी, जिससे समाज की सोच में बदलाव आया और हरियाणा को भी इस अभियान से दुनिया भर में पहचान मिली है।

लिंगानुपात में हुआ सुधार

श्रुति चौधरी ने कहा कि लिंगानुपात में सुधार के लिए डॉक्टरों, झोलाछाप डॉक्टर और दलालों की अवैध गतिविधियों को निशाना बनाकर 4 हज़ार गिरफ्तारियां की गई हैं, ऐसे ही आगे भी कार्रवाई की जाएगी। वर्ष 2014 से पहले लिंगानुपात 1 हजार लडक़ों के पीछे 870 लड़कियां थी और अब 910 लड़कियां है, इसमें काफी सुधार हुआ हैं और भविष्य में 950 का लक्ष्य हासिल करना है।

महिला सरपंच बनेंगी ब्रांड एंबेसडर

श्रुति चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के द्वारा यह फ़ैसला लिया गया है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत महिला सरपंचों को उनके गांव का ब्रांड एम्बेसडर बनाया जाएगा, ताकि लोग महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूक हो सकें। 

प्रदेश सरकार लगातार इस योजना के तहत अनेक दिशाओं में कार्य कर रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा म्हारी लाडो कार्यक्रम को रेडियो पर शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जन जन तक लिंगानुपात के प्रति जागरूक करना और महिलाओं को सशक्त करना है।