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हाईटेक सुविधाओं से लेस होंगे हरियाणा के ये सभी गांव, मुख्यमंत्री नायब सैनी का नया ऐलान

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Migration

हरियाणा की सैनी सरकार ने प्रदेश के गांवों के विकास को नई गति देने के लिए महाग्राम योजना में बड़ा बदलाव किया है। सरकार ने गांवों से हो रहे पलायन (Migration) को रोकने और ग्रामीण इलाकों को शहरों की तरह विकसित करने के उद्देश्य से इस योजना को और विस्तारित किया है। पहले चरण में 129 गांवों को महाग्राम योजना में शामिल किया गया था लेकिन अब इस सूची में 19 और गांवों को जोड़ा गया है। ये वे गांव हैं जिनकी आबादी (Population) 10,000 के आसपास है और ये पहले से ही कस्बों का रूप ले चुके हैं या फिर किसी शहर के साथ जुड़े हुए हैं।

गांवों को मिलेगा शहरों जैसा इंफ्रास्ट्रक्चर

महाग्राम योजना के तहत चयनित गांवों में जलापूर्ति (Water Supply) और सीवरेज सिस्टम (Sewerage System) जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, सड़कें, स्ट्रीट लाइट, पार्क, तालाब और ड्रेनेज सिस्टम को भी विकसित किया जाएगा ताकि इन गांवों में शहरी इलाकों जैसी सुविधाएं मिल सकें। सरकार का कहना है कि इन सुविधाओं से गांवों में रहने वाले लोग बेहतर जीवन जी सकेंगे और उन्हें शहरों की ओर पलायन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ये 19 गांव हुए शामिल

नई सूची में जिन 19 गांवों को शामिल किया गया है उनमें फरीदाबाद का सोतई, गुरुग्राम का नाहरपुर व जमालपुर, यमुनानगर का सरस्वती नगर (मुस्तफाबाद) व प्रताप नगर, करनाल का कुटेल, कैमला, निगदू, बारागांव व संघोवा, सोनीपत का खेवरा, नूंह का उजीना, अंबाला का बरवाला, मुलाना व शहजादपुर, पलवल का खम्बई, पानीपत का कुकराना व सौंधपुर और चरखी दादरी का बाढड़ा गांव शामिल हैं।

सरकार के प्रवक्ता के अनुसार इन 19 गांवों में जनस्वास्थ्य विभाग (Public Health Department) द्वारा जलापूर्ति और सीवरेज सुविधाओं का कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है। प्रदेश में कुल 34 ऐसे महाग्राम हैं जहां इस योजना पर काम शुरू हो चुका है और दिसंबर 2027 तक सभी कार्य पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है।

गांवों में आधुनिक सुविधाओं का विस्तार

हरियाणा सरकार ने महाग्राम योजना को विकास एवं पंचायत विभाग (Development & Panchayat Department), पीडब्ल्यूडी (PWD), बिजली विभाग, सिंचाई विभाग और मार्केटिंग बोर्ड के साथ मिलाकर एक व्यापक विकास मॉडल तैयार किया है।

इस योजना के तहत हर गांव में स्मार्ट जलापूर्ति प्रणाली (Smart Water Supply System), सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (Sewage Treatment Plant) और हाइवे-कनेक्टिविटी (Highway Connectivity) जैसी सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।

गांवों में सीसी सड़कें (Concrete Roads) बनाई जाएंगी नालियों का निर्माण होगा और सोलर स्ट्रीट लाइटें (Solar Street Lights) लगाई जाएंगी ताकि ग्रामीण इलाकों में भी रोशनी बनी रहे।

इसके अलावा ग्राम पंचायतों (Village Panchayats) के सहयोग से पार्कों का निर्माण (Parks Development) किया जाएगा और लोगों को स्वस्थ जीवनशैली (Healthy Lifestyle) अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।