गर्मियों में AC की ठंडक भी होगी महंगी, कीमतें बढ़ने से जेब पर पड़ेगा असर

गर्मी का मौसम अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुआ और बाजार में एयर कंडीशनर (AC) को लेकर एक नई हलचल मच गई है। अगर आप इस बार नया AC खरीदने की सोच रहे हैं तो जेब ढीली करने के लिए तैयार हो जाइए। AC बनाने वाली कंपनियों ने कीमतों में 4-5% तक की बढ़ोतरी करने का मन बना लिया है। यानी एक नए एयर कंडीशनर की कीमत पर 1500-2000 रुपये तक का अतिरिक्त खर्च आएगा।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? क्या वजह है कि AC के दाम बढ़ रहे हैं, जबकि अभी गर्मी पूरी तरह आई भी नहीं है? अगर आपको लग रहा है कि ये सिर्फ महंगाई का असर है तो आप गलत सोच रहे हैं।
AC की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
डिमांड (demand) ज्यादा सप्लाई (supply) कम – यही AC की बढ़ती कीमत का सबसे बड़ा कारण है। भारत में अब एयर कंडीशनर कोई लग्जरी (luxury) प्रोडक्ट नहीं रह गया है।
छोटे शहरों से लेकर गांवों तक लोग AC को प्राथमिकता देने लगे हैं। एक समय था जब AC सिर्फ बड़े महानगरों और पांच सितारा होटलों की शान हुआ करता था लेकिन अब यह हर घर में पहुंच चुका है।
बाजार के आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल AC की डिमांड 25-30% तक बढ़ चुकी है जबकि सप्लाई उतनी तेज़ी से नहीं बढ़ पा रही। AC में इस्तेमाल होने वाले कुछ महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स (components) की उपलब्धता में कमी आई है। इससे कंपनियों की लागत बढ़ रही है और कीमतें भी ऊपर जा रही हैं।
सप्लाई चेन में आ रही दिक्कतें
AC बनाने के लिए compressors, copper tubes और अन्य कच्चे माल की सप्लाई घट रही है। इसके पीछे दो बड़े कारण हैं –
इंटरनेशनल सप्लाई चेन की दिक्कतें: भारत में AC बनाने वाली कंपनियां कई कंपोनेंट्स को चीन और अन्य देशों से मंगवाती हैं। हाल ही में वैश्विक सप्लाई चेन में दिक्कतों के कारण इनका इम्पोर्ट (import) महंगा हो गया है।
क्वालिटी कंट्रोल की सख्त गाइडलाइंस: सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स और होम अप्लायंसेज (home appliances) के लिए नए क्वालिटी स्टैंडर्ड्स लागू किए हैं। कंपनियों को इनका पालन करना जरूरी है जिससे उत्पादन की लागत (production cost) बढ़ गई है।
कौन-कौन सी कंपनियां बढ़ा सकती हैं दाम?
बाजार के जानकारों के मुताबिक Haier, Blue Star, Voltas, Daikin, LG और Samsung जैसी प्रमुख AC कंपनियां अप्रैल और मई के बीच अपने उत्पादों की कीमतें 4-5% तक बढ़ा सकती हैं।
Haier और Blue Star ने पहले ही संकेत दिए हैं कि वे अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी (production capacity) बढ़ाने में लगे हैं ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके। लेकिन फिर भी लागत बढ़ने की वजह से दामों में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है।
बिजली बिल भी बढ़ाएगा टेंशन
अगर आपको लग रहा है कि सिर्फ AC के दाम बढ़ेंगे, तो रुकिए! बिजली बिल (electricity bill) भी आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है। गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की खपत (power consumption) भी बढ़ जाती है। कई राज्यों में पहले ही बिजली दरों में बढ़ोतरी की खबरें आई हैं। ऐसे में अगर आप AC ज्यादा चलाएंगे, तो आपके बिजली बिल में भी इज़ाफा होगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक एक 1.5 टन का AC हर घंटे करीब 1.2-1.5 यूनिट बिजली खपत करता है। अगर आप इसे दिनभर (12-14 घंटे) चलाते हैं तो महीने का बिल 3500-5000 रुपये तक आ सकता है वो भी तब जब बिजली की दरें स्थिर रहें। लेकिन अगर बिजली दरें बढ़ गईं तो ये खर्च और बढ़ सकता है।
क्या AC खरीदना सही रहेगा?
अगर आप इस गर्मी नया AC खरीदने का सोच रहे हैं तो अभी खरीद लेना ज्यादा फायदेमंद रहेगा। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी कीमतें और ऊपर जा सकती हैं। बाजार के जानकारों के अनुसार मई-जून तक कुछ कंपनियां 10% तक कीमतें बढ़ा सकती हैं।
इसके अलावा बिजली की खपत को देखते हुए इनवर्टर टेक्नोलॉजी (inverter technology) वाले AC खरीदना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ये सामान्य AC की तुलना में 30-40% तक बिजली की बचत करते हैं।