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हरियाणा में 4 DSP समेत 25 पुलिसकर्मी सस्पेंड, जानिए क्या है पूरा मामला

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Paper Leak

चंडीगढ़: हरियाणा में सरकारी नौकरियों के एग्जाम्स में पेपर लीक (Paper Leak) का मुद्दा हमेशा सुर्खियों में रहता है लेकिन इस बार मुख्यमंत्री नायब सैनी (Nayab Saini) ने अपने बयान से सबको चौंका दिया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक नहीं आउट हुआ है! अब इस लीक और आउट की परिभाषा क्या है ये तो सरकार ही बताएगी लेकिन इतना जरूर है कि इस मामले ने पूरे राज्य में बवाल मचा दिया है।

क्या है पूरा मामला?

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि सरकार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए सभी DC (Deputy Commissioner) और SP (Superintendent of Police) को सख्त निर्देश जारी किए हैं।

मामले में 4 बाहरी व्यक्तियों और 8 परीक्षार्थियों पर FIR (First Information Report) दर्ज कर ली गई है। यानी कि जिन बच्चों ने मेहनत से पढ़ाई (Study) की थी उनके लिए ये खबर किसी झटके से कम नहीं है।

अब सवाल ये है कि पेपर लीक और पेपर आउट में फर्क क्या है? अगर पेपर एक्साम से पहले बाहर आ गया तो स्टूडेंट्स को क्या फर्क पड़ता है कि वह लीक हुआ या आउट? जनता के बीच भी इस बयान को लेकर खूब चर्चा हो रही है।

4 DSP और 3 SHO भी शामिल

सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 25 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड (Suspend) करने के आदेश दिए हैं जिनमें चार DSP (Deputy Superintendent of Police) और तीन SHO (Station House Officer) भी शामिल हैं। सवाल यह है कि अगर ये मामला सिर्फ आउट हुआ था तो इतनी बड़ी कार्रवाई क्यों हो रही है? इस मुद्दे पर भी सोशल मीडिया (Social Media) पर मीम्स (Memes) की बाढ़ आ गई है।

बिहार-राजस्थान स्टाइल में हो रहा हरियाणा में भी पेपर लीक?

अगर देखा जाए तो बिहार और राजस्थान में पेपर लीक के मामले पहले से ही काफी बदनाम हैं। हरियाणा भी अब उसी राह पर चलता दिख रहा है। जहां एक ओर सरकार दावा कर रही है कि सिस्टम पारदर्शी (Transparent) बनाया गया है वहीं दूसरी ओर एग्जाम से पहले ही पेपर बाहर आ जाना छात्रों के भविष्य पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।

सरकार का बचाव

सरकार जहां अपनी सफाई देने में लगी है वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे पर जमकर हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने कहा जब सरकार को पेपर लीक और पेपर आउट में ही फर्क समझने में वक्त लग रहा है तो प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का क्या हाल होगा?

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अगर ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहीं तो मेहनती छात्रों का भविष्य अंधकार में चला जाएगा।

स्टूडेंट्स का फूटा गुस्सा

पेपर लीक (Leak) की खबर सुनते ही स्टूडेंट्स का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। Twitter Instagram और Facebook पर लोग सरकार को ट्रोल (Troll) कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि अगर सरकार ने परीक्षा सही से करवाई होती तो आज मेहनती बच्चों को ये दिन नहीं देखना पड़ता। वहीं एक स्टूडेंट ने कहा हम पूरी रात जागकर पढ़ाई करते हैं और इधर कुछ लोग नोट देकर पेपर आउट (Out) करवा लेते हैं। फिर कहेंगे कि लीक नहीं हुआ!