Haryana Board News: विभिन्न सरकारी स्कूलों के 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थी अब टाबर उत्सव के तहत किताबी ज्ञान के साथ-साथ मूर्तिकला का हुनर भी सीखेंगे। कलाकार उदित नारायण बैसला (मूर्तिकला) ने बताया कि इस समर कैंप ‘टाबर उत्सव’ में होनहार विद्यार्थियों को मूर्तिकला में अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि मूर्तिकला ही एकमात्र ऐसा विषय है, जिसमें सभी विषयों का एक साथ अध्ययन किया जाता है।
इससे विद्यार्थी के शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक ज्ञान को नयापन मिलता है। विद्यार्थियों को हरियाणा राज्य में लुप्त हो रही मूर्तिकला के विकास और धातु, लकड़ी, पत्थर, पीओपी, टेराकोटा, कांच, वेल्डिंग, सिरेमिक, असेंबलेज आदि विभिन्न माध्यमों से भी अवगत कराया जाएगा। कक्षाओं को प्रयोगात्मक और रोचक बनाने के लिए लाइव मॉडल डेमो के साथ भी काम किया जाएगा। इन 30 दिनों में जिले के विद्यार्थी तकनीकी और कलात्मक दृष्टि से लाभान्वित होंगे। 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थी सीखेंगे मूर्तिकला का हुनर
बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल
हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग तथा शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान टावर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। पलवल जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों के 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को टोबार फेस्टिवल के तहत किताबी ज्ञान के साथ-साथ मूर्तिकला का हुनर भी सिखाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण आधुनिक मूर्तिकला, क्ले मॉडलिंग, रिलीफ तथा 3डी आर्ट में हरियाणवी संस्कृति पर आधारित है।
टोबार फेस्टिवल के तहत मूर्तिकला का हुनर
उन्होंने बताया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान विद्यार्थियों के रचनात्मक एवं कलात्मक विकास के लिए यह प्रशिक्षण बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में कारगर साबित होगा। इससे विद्यार्थी भविष्य में कला प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लेंगे तथा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मूर्तिकला प्रतियोगिताओं के बारे में भी जानेंगे। प्रशिक्षण देने वाले कलाकार कला संस्कृति एवं मूर्तिकला के उत्थान, संरक्षण, संवर्धन एवं विकास के लिए कला को निखारेंगे। जिससे विद्यार्थी अपना कैरियर बना सकेंगे। जिले में आधुनिक मूर्तिकला के संवर्धन के लिए यह शिविर काफी सार्थक साबित होगा।