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शिक्षा सबसे बड़े बदलाव का केंद्र, असफलता से न डरें युवा, ऊंची सोच रखकर बढ़ें आगे

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शिक्षा सबसे बड़े बदलाव का केंद्र, असफलता से न डरें युवा, ऊंची सोच रखकर बढ़ें आगे

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि शिक्षा सबसे बड़े बदलाव का केंद्र है। युवा भय मुक्त हों और असफलता से न डरें, असफलता ही सफलता की कुंजी है। पहले प्रयास में अधिकांश लोग सफल नहीं होते हैं, उनको असफल मत कहिए। 

असफलता का डर भ्रामक है, सोच ऊंची रखिए और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करिए। उपराष्ट्रपति ने सिरसा के गांव ओढ़ां में माता हरकी देवी शिक्षण संस्थान तथा सिरसा में जननायक चौधरी देवीलाल विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। 

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व उनकी धर्मपत्नी डा. सुदेश धनखड़ का सिरसा आगमन पर कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा व ट्रस्ट के चेयरमैन पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला सहित अन्य गणमान्य ने स्वागत किया।

उपराष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को किया सम्मानित

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने समारोह में गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण किया तथा पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी स्व. देवीलाल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। 

उपराष्ट्रपति ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की याद में बनने वाले स्मृति संग्रहालय की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा कि भारत की छलांग हर क्षेत्र में दिख रही है। आज के दिन हमारे युवाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं। 

उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अधिकारों के प्रति जागरूक होने के साथ ही अपने कर्तव्यों का समाज हित में निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया, श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जय विज्ञान जोड़ दिया। 

दुनिया में भारत का बजता है डंका 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कदम आगे बढ़ते हुए जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान का नारा दिया। हरियाणा की ऊर्जावान भूमि देश को बड़ी ताकत देती है, हरियाणा के युवाओं से दुनिया में भारत का डंका बजता है। 

उन्होंने कहा कि जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान के साथ जय पहलवान भी कहें। हरियाणा की पहचान अमिट है, यह ऊर्जा स्फूर्ति का केंद्र है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बदलाव लाना होगा। ये बदलाव हमारे युवा लाएंगे।

धनखड़ ने कहा कि पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की सोच, उनका दर्शन गांव, गरीब व किसान के लिए समर्पित रहा। उनका अटूट संकल्प ग्रामीण व्यवस्था पर था। मेरी दृढ़ मान्यता है कि विकसित भारत आज हमारा सपना नहीं, लक्ष्य है।